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रायपुर में पोस्ट कोविड मरीजों की समस्याएं बढ़ी, बाल झड़ने और नींद न आने की शिकायत ज्यादा - post covid patients in Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में पोस्ट कोविड (post covid) मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. डॉक्टर के मुताबिक मरीजों में नींद ना आने और बाल झड़ने जैसी समस्या भी देखने को मिल रही है.

Cases of sleeplessness and hair loss increase
Post Covid मरीजों में बढ़ रही समस्याएं

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Published : Aug 9, 2021, 9:25 PM IST

रायपुर: कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बेशक कम होती नजर आ रही है. लेकिन छत्तीसगढ़ में पोस्ट कोविड (post covid) मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. पहले अस्पताल पहुंच रहे मरीजों में सिर्फ सास की दिक्कत आ रही थी. अब हॉस्पिटल में ओपीडी (OPD)के लिए आ रहे मरीजों में नींद ना आने और बाल झड़ने जैसी समस्या भी देखने को मिल रही है. मौसमी बीमारी के मरीज भी इन दिनों अस्पताल में आ रहे हैं.

नींद ना आना और बाल झड़ना

मेकाहारा रेस्पिरेटरी डिपार्टमेंट (Mekahara Respiratory Department) की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर देवी ज्योति दास ने बताया कि अगर हम लोग सिम्टम्स (Symtums) की बात करें तो पोस्ट कोविड में खांसी और सांस के मरीज बहुत आते हैं. लेकिन आज कल बहुत ज्यादा ऐसे मरीज आ रहे हैं जिनको नींद नहीं आ रही है. बहुत ज्यादा मरीज ऐसे आ रहे हैं जिन्हें बाल झड़ने की प्रॉब्लम हो रही है. वीकनेस की समस्या लेकर मरीज हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं.

Post Covid मरीजों में बढ़ रही समस्याएं

डायग्नोज (diagnose) बीमारियों की बात करें तो यह देखने को मिल रहा है कि जिनको कोविड के द्वारा सीवियर डिसीज हुआ था. उन लोगों में फाइब्रोसिसब हुत ज्यादा देखने के लिए मिल रहे हैं. बहुत सारे लोगों में बाद में अपॉर्चुनिटी इंफेक्शन के कारण इम्यूनिटी कम हो जाती है. वह इंफेक्शन बहुत ज्यादा देखने को मिल रहे हैं. फंगल इंफेक्शन और ब्लैक फंगस के अलावा अन्य इंफेक्शन भी देखने को मिल रहे हैं. बहुत सारे लोगों में टीबी भी देखने को मिल रही है.

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'बढ़ता' फंगस इंफेक्शन

डॉक्टर देवी ज्योति दास के मुताबिक हमारे पास कुछ ऐसे मरीज आ रहे हैं. जिनमें पोस्ट कोविड की बीमारी बहुत ज्यादा सीवियर है. कुछ लोगों को 3 महीने हो गए हैं. उनका ऑक्सीजन हट ही नहीं पा रहा है. मिनिमम लेवल पर ही होने से हम उनको घर भेज पाते हैं. लेकिन उस लेवल पर भी हम मरीज की ऑक्सीजन को नहीं ला पा रहे हैं. कुछ मरीज ऐसे हैं, जिनमें फंगस इंफेक्शन इतना ज्यादा हो गया है कि उनको अभी भी इंजेक्शन की जरूरत है.

अभी मौसमी बुखार (seasonal fever) और सर्दी के मरीज भी काफी बढ़ गए हैं. ऐसा हो रहा है कि बुखार नॉर्मल दवाइयों से ठीक भी नहीं हो रहा है. बुखार में बहुत ज्यादा कमजोरी और बहुत ज्यादा खांसी हो रही है, ऐसे मरीज अस्पताल में ज्यादा आ रहे हैं. उनके आने पर हम उनका कोविड टेस्ट कर रहे हैं तो वह तो नेगेटिव आ रहा है लेकिन उनके सिम्टम्स लगभग कोविड जैसे ही है और जिनको पहले कोविड हुआ है. उनमें इस तरह के इंफेक्शन बहुत ही ज्यादा सीवियर देखने को मिल रहे हैं.

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