रायपुर:छत्तीसगढ़ में कोरोना संकट के मद्देनजर किए गए लॉकडाउन में उत्कृष्ट काम करने वाले पुलिसकर्मियों को 'रोल मॉडल ऑफ छत्तीसगढ़ पुलिस' से पुरस्कृत किया जाएगा. डीजीपी डीएम अवस्थी ने बताया कि उत्कृष्ट कार्य के साथ सेवा भावना दिखाकर पुलिस की छवि बेहतर बनाने वाले कर्मियों के उत्साहवर्धन के लिए ये योजना शुरू की गई है.
डीजीपी अवस्थी ने पहले 'रोल मॉडल ऑफ छत्तीसगढ़ पुलिस' पुरस्कार से प्रधान आरक्षक विष्णु पुनेम, आरक्षक मरकुस खेस और आरक्षक चमराराम मरकाम को एक हजार रुपये नगद और प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया.
पुलिसकर्मियों ने की थी मजदूरों की मदद
15वीं वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल बीजापुर के सी-कम्पनी (कैम्प-पुलिस लाईन, जिला रायपुर) के तीनों पुलिसकर्मियों ने रायपुर के टाटीबंध में दूसरे राज्यों से आए प्रवासी मजदूरों की मदद की और खाने-पीने की व्यवस्था कहां पर की जा रही है उसकी जानकारी दी. इसके साथ ही मजदूरों को गाड़ियों में बैठाकर उनकी मंजिल की ओर रवाना किया.
प्रधान आरक्षक विष्णु पुनेम इंद्रधनुष योजना' से अलग है ये योजना
डीजीपी अवस्थी ने बताया कि ये योजना इंस्पेक्टर स्तर तक के अधिकारियों में काम के प्रति समर्पण और निष्ठा बनाए रखने और मनोबल बढ़ाने के लिए शुरू की गई है. पुलिस कर्मियों द्वारा कई ऐसे काम किए जाते हैं जिनकी समाज में सराहना की जाती है और वे विभाग की छवि निखारने में भी सहायक होते हैं. उन्हें 'रोल मॉडल ऑफ छत्तीसगढ़ पुलिस' के रूप में जाना जाएगा. यह योजना 'इंद्रधनुष योजना' से अलग है. इंद्रधनुष योजना पहले कि तरह आगे जारी रहेगी, लेकिन इंद्रधनुष योजना से भी उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को ही 'रोल मॉडल ऑफ छत्तीसगढ़ पुलिस' से पुरूस्कृत किया जाएगा.
इकाई प्रमुखों को निर्देश
डीजीपी ने सभी इकाई प्रमुखों को निर्देश दिए हैं कि जो अधिकारी-कर्मचारी 'रोल मॉडल ऑफ छत्तीसगढ़ पुलिस' के योग्य हों, उनके उत्कृष्ट कार्यों से संबंधित विस्तृत जानकारी और पूरा बायोडाटा अपनी अनुशंसा सहित ई-मेल - ps.dgp-cg@gov.in और फैक्स नं. 0771-2211201 में भेज सकते हैं.