रायपुर: किसानों की उम्मीद हर साल बारिश पर टिकी होती है. बारिश ही किसानों के आगे का भविष्य तय करती है. किसानों का नफा-नुकसान बारिश की बूंदों के साथ तय हो जाता है. इस साल की बारिश ने किसानों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी है. इस साल छत्तीसगढ़ में औसत से अच्छी बारिश हुई है. प्रदेश में खरीफ की फसल भी सामान्य से बेहतर होने की उम्मीद जताई जा रही है. धान की फसल पिछले साल की अपेक्षा इस साल कहीं ज्यादा होने की संभावना है. धान के अलावा मक्का, सोयाबीन, मूंगफली अरहर और उड़द भी खरीफ की फसल हैं.
प्रदेश में 21 जून से 11 अगस्त तक हुई बारिश के आंकड़ों पर एक नजर डाली जाए तो :-
- सबसे अच्छी बारिश सूरजपुर में, यहां समान्य के मुकाबले इस साल 170.9% अधिक बारिश दर्ज की गई है. अब तक जिले में 957. 4 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है.
- सबसे अच्छी बारिश वाली लिस्ट में दूसरा नाम है जशपुर का यहां 821. 4 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जो 10 वर्षों के औसत के मुकाबले 140.4 % अधिक है.
- सबसे कम बारिश वाले जिले में कांकेर सबसे ऊपर है. यहां इस साल 57.2 % बारिश हुई है. औसत बारिश 971.4 मिली के मुकाबले 555.3 मिलीमीटर प्रतिशत बारिश यहां दर्ज की गई है.
- सबसे कम बारिश वाले जिले में दूसरा नाम बस्तर का है. यहां अब तक 74% बारिश हुई है. 10 साल में औसत बारिश 858.5 मिलीमीटर के मुकाबले इस साल 635.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है.
- इस साल प्रदेश में 670.7 मिलीमीटर बारिश हुई है. जबकि पिछले 10 वर्षों के औसत आंकड़े 671.7 मिलीमीटर है. इस तरह प्रदेश में इस साल 99.8% बारिश दर्ज की गई है. इस साल औसत बारिश का आंकड़ा लगभग पूरा हो चुका है.
कृषि मंत्री ने दिए हैं निर्देश