रायपुर :बुद्ध पूर्णिमा हिंदू, बौद्ध और जैन धर्मों का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो हर साल वैशाख पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. यह त्योहार बुद्ध के जन्म और उनकी निर्वाण दिवस की याद में मनाया जाता है. इस दिन लोग बौद्ध मंदिरों में जाकर पूजा और ध्यान करते हैं. बुद्ध के जीवन के उदाहरणों पर चर्चा करते हैं और उनकी शिक्षा के बारे में प्रचार प्रसार करते हैं.
बुद्ध पूर्णिमा का संदेश :इस दिन बौद्ध धर्म के अनुयायी व्रत रखते हैं और अनेक दान-धर्म कार्यों को करते हैं. इसके अलावा, लोग इस दिन अपने मित्रों और परिवार के साथ मंदिर में दर्शन के लिए भी जाते हैं.इस दिन कुछ लोग गरीब तबके के लोगों को दान देकर मदद करते हैं. यह एक धार्मिक त्योहार होने के साथ-साथ एक सामाजिक त्योहार भी है, जो लोगों को एक-दूसरे के साथ मिलने, मित्रता बढ़ाने का संदेश भी देता है.बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर राजनेताओं ने भी लोगों को बधाई संदेश प्रेषित किए हैं.
सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीटर पर संदेश लिखा कि ''सभी बौद्ध धर्मावलम्बियों सहित प्रदेशवासियों को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. महात्मा बुद्ध ने लोगों को अहिंसा, समानता और विश्व बंधुत्व का संदेश दिया. उनकी शिक्षा को विदेशों में भी लोगों ने अपनाया और लाखों अनुयायी उनके दिखाये मार्ग पर चल कर देश-दुनिया को शांति का संदेश दे रहे हैं. गौतम बुद्ध के उपदेश हर परिस्थिति और काल में प्रासंगिक हैं. उनकी दी गई शिक्षा हमें संयम से आगे बढ़ने का संदेश देती है. महात्मा बुद्ध के विचार और जीवन मूल्य एक बेहतर समाज और राष्ट्र निर्माण के लिए हमेशा मार्गदर्शक रहेंगे.''