रायपुर: इस वर्ष रक्षाबंधन के त्यौहार (Rakshabandhan 2022) को पूरा देश धूमधाम से मना रहा है. पिछले साल कोरोना की वजह से रक्षाबंधन का त्यौहार धूमधाम से नहीं मनाया जा सका था. लेकिन इस बार सुबह से राजधानी में बारिश होने के बावजूद रक्षाबंधन के त्यौहार को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. ईटीवी भारत ने दुकानों में खरीदारी करने आई बहनों और भाइयों से बातचीत की. आइए जानते है उन्होंने क्या कहा...
रक्षाबंधन के दिन भाई खुशियों का बुके लेकर पहुंचते हैं बहनों के घर - आजादी की 75वीं वर्षगांठ
रक्षाबंधन का त्यौहार इस बार पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. राजधानी रायपुर में लोग बारिश के बावजूद रक्षाबंधन त्यौहार की खरीदी करने बाजार पहुंच रहे हैं.
"परिवार के साथ मनाया रहे रक्षा बंधन":श्रद्धा कौशिक ने बताया "इस बार रक्षाबंधन का त्यौहार हम घरों पर ही सेलिब्रेट कर रहे हैं. पिछले 2 साल कोरोना में बहनों ने अपने भाइयों को बहुत मिस किया था. बहनें अपने भाइयों से मिल नहीं पाई थीं. हम इस बार रक्षाबंधन के त्यौहार पर अपने भाइयों का घर पर वेलकम कर घरों में ही त्यौहार मना रहे हैं.
"घर से दूर रह रहे फौजी भाइयों को भी राखी बांधने की है तैयारी": बाजार में खरीदारी करने आई श्वेता सिंह ने बताया "रक्षाबंधन का त्यौहार घरों में और बाहर हम दोनों जगह बड़े धूमधाम से मना रहे हैं. हमने तो इस बार फौजी भाइयों को भी राखी भेजा है. वह जो फौजी कैंप है, वहां फौजी भाई जो ट्रेनिंग के लिए अपनी बहनों से सालों तक दूर रहते हैं. उन फौजी भाइयों को भी हम राखी बांधने जाएंगे. पहले हम घरों में रक्षाबंधन बनाएंगे, उसके बाद हम वहां जाएंगे."
"वीडियो कॉलिंग से मना रहे राखी त्यौहार": पायल खन्ना ने बताया "मैं रहने वाले तो जांजगीर-चांपा की हूं, लेकिन मेरा भाई बिलासपुर में रहता है. मैं रायपुर के एक दुकान में काम करती हूं और अभी यहां काफी भीड़ है. तो इस बार रक्षाबंधन मनाने मैं अपने भाई के पास तो नहीं जा पाऊंगी. लेकिन मेरे भाई के साथ मेरी छोटी बहन रहती है. अपनी छोटी बहन को ही अपने भाई को राखी बांधने के लिए कहूंगी. काम करने के बाद घर जाकर अपने भाई से वीडियो कॉल पर भी बात करूंगी. जब मैं अपने भाई से मिलूंगी, तब हम राखी धूमधाम से मनाएंगे."
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"काम की वजह से रक्षाबंधन मनाने नहीं जा पाया राजस्थान":सुरेश राजपूत ने बताया "मैं राजस्थान का रहने वाला हूं, लेकिन अभी काम के वजह से मैं रायपुर में रहता हूं. मेरी पूरी फैमिली राजस्थान में रहती है. रक्षाबंधन का त्यौहार है, मैं अपनी बहन को बहुत मिस कर रहा हूं. लेकिन काम की वजह से मैं अपने घर नहीं गया हूं. आज शाम को जब मैं घर जाऊंगा, तो अपनी बहन को वीडियो कॉल करूंगा और रक्षाबंधन की बधाई देते हुए वीडियो कॉल पर ही राखी बांध कर उसे आशीर्वाद दूंगा."
"भाई साल भर कहीं भी रहे, रक्षाबंधन के दिन खुशियों का बुके लेकर जरूर पहुंचता है बहनों के घर": मुकेश ककवानी ने बताया "रक्षाबंधन का त्यौहार भाइयों और बहनों के लिए बहुत बड़ा त्यौहार होता है. भाई साल भर कहीं भी हो, लेकिन रक्षाबंधन के समय यह कोशिश करता है कि वह अपने बहनों के यहां पहुंचे और राखी बंधवाए. रक्षाबंधन की दिन बहनें भी दिनभर इसी उम्मीद में रहती है कि उनका भाई कहीं भी हो, लेकिन आज रक्षाबंधन के त्यौहार के दिन उनके पास रहे. भाई जब अपनी बहन से मिलने जाता है, तो गिफ्ट के साथ साथ खुशियां भी लेकर जाता है.