रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव 2021 (National Tribal Dance Festival 2021) का आयोजन किया गया. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया था. पंजाब के मुख्यमंत्री (Chief Minister of Punjab) को भी छत्तीसगढ़ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बनाया गया और कांग्रेस के कई टॉप लीडर को आयोजन में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया था. लेकिन इस राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव (National Tribal Dance Festival 2021) में राहुल गांधी नहीं पहुंचे और ना ही कांग्रेस के टॉप लीडर उपस्थित रहे. यहां तक कि पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी ने भी आने का आश्वासन देकर अपना दौरा रद्द कर दिया.
आदिवासी नृत्य महोत्सव में राहुल गांधी सहित टॉप लीडर की अनुपस्थिति पर बीजेपी ने साधा निशाना राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव से नदारद दिखे कांग्रेस के नेता
कांग्रेस हाईकमान और टॉप लीडरशिप की अनुपस्थिति कहीं ना कहीं छत्तीसगढ़ राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी रही. आखिर क्या कारण है कि जिन-जिन नेताओं का नाम राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के आमंत्रण पत्र पर छापा था. वे कार्यक्रम में शामिल होने नहीं पहुंचे. जो कहीं ना कहीं हाई कमान की बघेल से दूरियों की ओर इशारा कर हैं.
बीजेपी ने उठाए सवाल
बीजेपी नेता सच्चिदानंद उपासने ने सवाल उठाए हैं कि जिस प्रकार से इस समारोह में प्रचारित किया गया कि कि कांग्रेस के बड़े नेता शामिल होंगे। सिर्फ झारखंड के सीएम हेमेंत सोरेने के अलावा कोई भी नेता इसमें शामिल नहीं हुए. न तो राहुल गांधी आए न तो टॉप लीडर्स आए. पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भी इसमें शामिल नहीं हुए. न तो कांग्रेस के बड़े नेता आए. न ही राहुल गांधी आए. इस उत्सव में राज्य सरकार के मंत्री टीएस सिंहदेव नहीं आए. इस महोत्सव में सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस की गुटबाजी दिखी। यह सिर्फ अपने लोगों को खुश करने का उत्सव था
Anchor की भूमिका में नजर आये सीएम भूपेश बघेल, हेमंत सोरेन ने कुशलता के साथ दिए सारे सवालों के जवाब
नहीं आए कई नेता
तीन दिवसीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) सहित कई राज्यों के दिग्गज कांग्रेस नेताओं को आमंत्रित किया गया था. इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन वेणुगोपाल से लेकर प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया (State in-charge PL Punia), अधीर रंजन चौधरी, रणदीप सिंह सुरजेवाला, बीके हरिप्रसाद और भक्त चरण दास शामिल थे. इस कार्यक्रम में केसी वेणुगोपाल और अधीर रंजन चौधरी तो नहीं पहुंचे हालांकि राहुल गांधी ने हरिप्रसाद के माध्यम से एक पत्र भेजकर इस महोत्सव के लिए अपनी शुभकामनाएं दी.
Anchor की भूमिका में नजर आये थे सीएम भूपेश बघेल
राजनीतिक जानकारों के अनुसार राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के बहाने छत्तीसगढ़ के मंत्रियों, विधायकों ओर नेताओ को एक मंच पर लाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) प्रदेश की राजनीति में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने का संदेश देने की कोशिश की हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस नेताओं की एकजुटता दिखाने की शुरुआत 1 महीने पहले हुई थी. जब मंत्री विधायकों को अन्य राज्यों में महोत्स का निमंत्रण देने भेजा था. इस राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के दौरान बघेल ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से एका एक की तर्ज सर सवाल दागकर जोरदार सुर्खियां बटोरी.
National Tribal Dance Festival 2021 का आज दूसरा दिन, पहले दिन झारखंड CM सोरेन ने की रंगारंग शुरुआत
नहीं पहुंचे पंजाब के सीएम चन्नी
हालांकि इस राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Chief Minister Charanjit Singh Channi) भी शामिल होने वाले थे. लेकिन अचानक से उनका दौरा रद्द हो गया. अचानक से दौरा रद्द करने को लेकर कोई तरह की राजनीतिक चर्चाएं शुरू हो गई हैं. आखिर पंजाब के मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ क्यों नहीं पहुंचे. आलम यह था कि छत्तीसगढ़ के बाहर के नेता तो नेता प्रदेश के मंत्री ने भी कार्यक्रम में उपस्थित होना मुनासिभ नहीं समझा. मंच पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Health Minister TS Singhdeo) नहीं दिखे.
बहरहाल इस आयोजन के बाद यह सवाल उठने लगे हैं कि साल 2019 में जिस तरह से राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव (National Tribal Dance Festival 2021) का आयोजन किया गया था. उसमें राहुल गांधी शामिल हुए थे. कई बड़े नेता पहुंचे थे. लेकिन बार वे राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में क्यों नहीं पहुंचे. अब देखने वाली बात है कि आने वाले समय में इसे राजनीतिक गलियारों में किस रूप में देखा जाएगा और इसका क्या असर होगा.