रायपुर: छत्तीसगढ़ में शराबबंदी(demand of ban on liquor in chhattisgarh) का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. सत्ता में आने के पहले कांग्रेस ने अपने जन घोषणापत्र में पूर्ण शराबबंदी का वादा किया था, लेकिन ढाई साल बाद भी शराबबंदी को लेकर बघेल सरकार ने अपना रूख साफ नहीं किया है. लेकिन राज्यसभा सांसद फूलो देवी नेताम (Phulo Devi Netam)और राज्यसभा सांसद छाया वर्मा(MP Chhaya Verma) ने ईटीवी भारत से कहा था कि प्रदेश में शराबबंदी होनी चाहिए. इस मांग के बाद प्रदेश की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है.
राज्यसभा सांसद और महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष फूलो देवी नेताम और राज्यसभा सांसद छाया वर्मा के प्रदेश में शराबबंदी किए जाने की मांग पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक का कहना है कि 'इन दिनों प्रदेश में देखा जा रहा है कि कोई मंत्री एक बयान देता है तो उसके 5 मिनट बाद दूसरा मंत्री उसी से संबंधित दूसरा बयान जारी कर देता है. कांग्रेस के संगठन की बोली अलग है, सरकार की भाषा अलग है'
छत्तीसगढ़ की महिला कांग्रेस सांसदों ने कहा- 'अपराध बढ़ रहे हैं, शराब बंद होनी चाहिए'
धरमलाल कौशिक ने कहा कि उनके चुने हुए सांसद यदि प्रदेश में शराबबंदी की मांग कर रहे हैं तो सरकार को 1 मिनट भी देरी नहीं करनी चाहिए. सरकार को तत्काल प्रदेश में शराबबंदी करनी चाहिए. यदि सरकार शराबबंदी नहीं करती है तो यह महिला सांसदों का अपमान है.
सांसद फूलो देवी नेताम ने की सरकार से शराबबंदी की मांग
ETV भारत ने इस सवाल को लेकर जब राज्यसभा सांसद एवं महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष फूलो देवी नेताम से बात की थी तो उन्होंने कहा था कि प्रदेश में शराब बंद होनी चाहिए. नवयुवक साथी बिगड़ रहे हैं. आने वाली जनरेशन बिगड़ रही है. उनकी जिंदगी का सवाल है. महिला होने के नाते मैं तो यह कहूंगी गांव-देहात में लोग ज्यादा नशा करते हैं, वहां की महिलाएं ज्यादा परेशान रहती हैं 'मैं छत्तीसगढ़ सरकार से मांग करूंगी कि प्रदेश में शराब बंद हो'