रायपुर: प्रदेश में लगातार रेत माफिया का आतंक बढ़ता जा रहा है. यह रेत माफिया नियम कानून को ताक पर रखते हुए अधिकतर स्थानों पर अवैध उत्खनन कर रहे है. इन अवैध रेत उत्खनन को रोकने के लिए जब कोई जनप्रतिनिधि या फिर अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंचते हैं तो उन पर रेत माफिया जानलेवा हमला करने से भी बाज नहीं आते हैं. प्रदेश में आलम यह है कि इनके आतंक को रोकने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को विशेष तौर पर संबंधित विभागों को कार्रवाई के लिए निर्देशित करना पड़ रहा है.
रेत माफिया पर गरमाई सियासत हाल ही में धमतरी में रेत माफिया ने जिला पंचायत सदस्य और उनके साथियों को बंधक बनाकर जमकर पिटाई की. 1 घंटे तक बंधक बनाने के दौरान बेल्ट ओर डंडो से उन्हें पीटा गया है किसी तरह से ये सदस्य रेत माफिया के चंगुल से जान बचाकर भागने में कामयाब रहे. उसके बाद लोगों ने रुद्री थाने में शिकायत की. जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
यह पहला मामला नहीं है जब रेत माफियाओं ने इस तरह की घटना को अंजाम दिया है. इसके पहले भी कई बार रेत माफिया ने ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया गया है. बावजूद इसके शासन-प्रशासन इन पर नकेल कसने में नाकाम रहा. दहशत इतनी है कि शिकायत के बाद भी संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौके पर कार्रवाई के लिए नहीं पहुंचते हैं.
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बीजेपी ने भूपेश सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
धमतरी में जिला पंचायत सदस्य की हुई पिटाई के मामले को लेकर भाजपा ने भूपेश सरकार पर रेत माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाया है, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि प्रदेश में रेत माफियाओं की गुंडागर्दी बढ़ गई इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है. जब कांग्रेस सरकार के द्वारा नई रेत नीति बनाई जा रही थी उसी दौरान साफ हो गया था कि सरकार रेत माफियाओं को संरक्षण प्रदान करने जा रही है. जिसका उदाहरण अब देखने को भी मिलने लगा है. यह गंभीर विषय है कि अवैध रेत उत्खनन को लेकर राज्य सरकार को संज्ञान लेने की आवश्यकता है. यदि राज्य सरकार इस मामले पर ठोस कार्रवाई नहीं करती है तो इसका सीधा अर्थ है कि राज्य सरकार के संरक्षण में सारे काम हो रहे हैं.
कार्रवाई जारी रहेगी
वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि प्रदेश में कोई माफिया नहीं है. कुछ असामाजिक तत्व और गुंडों के द्वारा मारपीट की जाती है. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही हैं. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सौ से ज्यादा गुंडे बदमाश ओर असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. आने वाले समय में भी यह कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी.
पहले भी होती रही है राजनीति
बता दें कि रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदेश में लगातार राजनीति होती रही है. जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तो उस दौरान इन रेत माफियाओं पर नकेल कसने के लिए कांग्रेस के द्वारा सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाई गई थी. उस दौरान कांग्रेस का सीधा आरोप था कि रेत माफिया को भाजपा सरकार का संरक्षण प्राप्त है. वहीं अब सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा कांग्रेस सरकार पर रेत माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगा रही है.