रायपुर:छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र 2021 खत्म (Winter session 2021 of Chhattisgarh Legislative Assembly) हो गया है. शीत सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी उबाल देखने को मिला. सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई. सदन में विपक्ष के हंगामे और बवाल पर सीएम बघेल ने तंज कसा (Chief Minister Bhupesh Baghel taunt on BJP) है. उन्होंने कहा कि विपक्ष अपनी इज्जत बचाने के लिए सदन से भागा (BJP ran away from discussion in Chhattisgarh Legislative Assembly) है. पत्रकारों से चर्चा करते हुए सीएम बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) विधानसभा परिसर में बोल रहे थे.
उन्होंने कहा कि विपक्ष को विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से एक सवाल के जवाब के लिए 50 मिनट का समय दिया गया. मंत्री की ओर से सारे जवाब आने के बाद भी विपक्ष गर्भ गृह में आ गया. इसलिए सभी खुद ही निलंबित हो गए. यदि विपक्ष चाहता तो बहिर्गमन कर सकता था. लेकिन यह विपक्ष का अपना निर्णय है उसमें मैं कुछ नहीं कहूंगा. मंगलवार वो स्थगन ला सकते थे. लेकिन कल भी वह स्थगन नहीं लाए. आज भी जिस प्रकार से उनका रवैया रहा वे आज भी स्थगन पर चर्चा नहीं करना चाहते थे. इसका मतलब यह है कि वो केवल मीडिया की सुर्खियों में आने के लिए सारी कवायद कर रहे थे.
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पीएम आवास पर बघेल ने बीजेपी और केंद्र को घेरा
बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास की बात की जाए तो केंद्र की तरफ से जो राशि मिलनी चाहिए थी वह केंद्र ने नहीं दी. इस साल का आवंटन भी उन्होंने रोक रखा है. 2-4 हजार करोड़ की बात नहीं 20-20 हजार करोड़ से अधिक की राशि है. चाहे एक्साइज हो या कोल रॉयल्टी की बात हो सब को रोक रखा है. सीएम बघेल ने आरोप लगाया कि सारी योजनाओं में जो कभी हंड्रेड परसेंट ग्रांट रहता था . कभी 90% रहता था कभी 75/25 का अनुपात रहता था. वह खत्म करके अब सारी योजनाएं 60/40 या 50/50 की कर दी गई है. कुछ योजना तो ऐसी भी है कि केंद्र सरकार 10% देगी. यह आर्थिक रूप से अड़ंगा डालने काम भारत सरकार लगातार कर रही है. छत्तीसगढ़ के साथ विशेष रूप से सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. इस मुद्दे पर विपक्ष खुद घिर गया है.
रेडी टू ईट योजना के मुद्दे पर विपक्ष चर्चा से भागा-बघेल