रायपुर :प्रदेश में लॉकडाउन के बीच शराब की दुकान खोले जाने के साथ ही किसानों और मजदूरों की समस्याओं को लेकर बीजेपी के नेताओं ने प्रदेशभर में राज्य सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया. बीजेपी नेताओं-कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने घरों के बाहर हाथों में तख्तियां लेकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए प्रदर्शन किया.
भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया धरना प्रदर्शन अभनपुर के नवापारा में भी बीजेपी ने मंगलवार को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया, जिसमें बीजेपी के नवापारा मंडल के कार्यकर्ताओं ने लॉकडाउन को देखते हुए अपने-अपने घर के दरवाजे के सामने धरना प्रदर्शन किया. बीजेपी के नवापारा मंडल अध्यक्ष उमेश यादव ने बताया कि, पूरे मंडल क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने अपने घर पर रहते हुए और लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए यह धरना प्रदर्शन किया है. कार्यकर्ताओं ने भूपेश सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया है और कई मांगे रखी हैं.
भूपेश सरकार से की गई ये मांगें-
- किसानों का बकाया बोनस दिया जाए.
- छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी लागू की जाए.
- धान के समर्थन मूल्य के अंतर की राशि तत्काल दी जाए.
- चीटफंड कंपनियों में डूबी रकम वापस दिलाई जाए
बीजेपी के नेताओं ने राज्यपाल अनुसुइया उइके सौंपा ज्ञापन
लॉकडाउन के बीच जब से भूपेश सरकार ने शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी है. तब से बीजेपी लगातार राज्य सरकार को घेर रही है. साथ ही कई आरोप भी लगा रही है. छत्तीसगढ़ बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने सोमवार को राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की. बीजेपी नेताओं ने राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी, राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडे, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, सांसद सुनील सोनी, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और अजय चंद्राकर शामिल थे.
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बता दें कि, छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के अब तक 59 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से 55 लोगों को ठीक किया जा चुका है. वहीं प्रदेश में अब सिर्फ 4 एक्टिव केस हैं, जिनका इलाज रायपुर AIIMS में जारी है. बीजेपी का कहना है कि 'शराब दुकानों में लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा है'.