रायपुर: राज्य सरकार की ओर से पंडित दीनदयाल स्कालरशिप के नाम बदलने पर भाजपा ने आपत्ति जताई है. पूर्व स्कूल शिक्षा मंत्री और वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि नाम बदलना सही नहीं है. नाम बदलने की बजाय नई योजनाओं को शुरू करने पर सोचना चाहिए किसी दूसरी योजना का नाम भी आत्मानन्द जी के नाम से शुरू की जा सकती थी.
पंडित दीनदयाल स्कालरशिप के नाम बदलने पर भाजपा ने जताई आपत्ति - नाम बदलने की बजाय नई योजनाओं को शुरू
पंडित दीनदयाल स्कालरशिप के नाम बदलने पर भाजपा ने आपत्ति जताई है, उन्होंने कहा कि नाम बदलने की बजाय नई योजनाओं को शुरू करने पर सोचना चाहिए, जिसपर पलटवार करते हुए राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने कहा कि नाम बदलने की शुरुआत तो खुद बीजेपी ने की है.
दरअसल, मुख्यमंत्री निवास में शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में साल 2017 और 2018 में कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में मेरिट लिस्ट के 167 प्रतिभाशाली बच्चों को ‘स्वामी आत्मानंद मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना‘ के तहत बढ़ी हुई प्रोत्साहन राशि, प्रशस्ति पत्र और लैपटॉप का वितरण कर सम्मानित किया गया. वहीं छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल रायपुर द्वारा आयोजित साल 2017 की परीक्षाओं की मेरिट लिस्ट के 76 बच्चे और 2018 की बोर्ड परीक्षाओं के 91 विद्यार्थियों को पुरस्कार दिया गया.
बीजेपी ने खुद की थी शुरुआत
अब भाजपा की ओर से पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम के स्कालरशिप का नाम बदलने को लेकर बीजेपी की आपत्ति पर राज्यसभा सांसद छाया वर्मा का पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि नाम बदलने की शुरुआत तो खुद बीजेपी ने की है. इंदिरा जी और राजीव जी के नाम की कितनी योजनाओं का नाम बीजेपी ने खुद बदला है.