रायपुर: शहर के विभिन्न समस्याओं को लेकर आज भाजपा पार्षद दल ने निगम मुख्यालय (raipur municipal corporation) के सामने धरना दिया. विपक्ष ने खारुन नदी के प्रदूषण, सफाई व्यवस्था, चिंगरी नाला और अन्य नालों का पानी सीधे खारून नदी में छोड़े जाने को लेकर विरोध जताया है. रायपुर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष ने महापौर और प्रशासन पर जमकर निशाना साधा है. BJP councilor protest in raipur
खारुन नदी को प्रदूषण से मुक्ति नहीं मिली: रायपुर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने बताया कि "लगभग 8 करोड रुपए सफाई व्यवस्था में खर्च होने के बावजूद थोड़ी सी बारिश में शहर तालाब बन जाता है. खारुन नदी, जो कि लोगों की आस्था का केंद्र है. कार्तिक के महीने में लाखों की संख्या में लोग स्नान करने आते हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्नान के लिए वहां जाते हैं. उसके बावजूद भी चिंगरी नाला और अन्य नालों का पानी नदी में छोड़ा जा रहा है. जो एसटीपी 6 महीने पहले बन जाना था, वह आज तक नहीं बन पाया है. 200 करोड़ रुपए का भुगतान एसटीपी वालो को किया जा चुका है. लेकिन अब तक खारुन नदी को प्रदूषण से मुक्ति नहीं मिली है.
राशन देने के लिए बहाना बना रहे अधिकारी:नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने कहा कि" त्यौहार का समय है, लेकिन राशन दुकानों में लोगों को राशन नहीं मिल रहा. राशन दुकानों में सर्वर काम नहीं करने का बहाना बनाया जा रहा है. इसकी वैकल्पिक व्यवस्था कौन करेगा. आज विभिन्न समस्याओं से जनता जूझ रही है. जनप्रतिनिधियों को लाखों रुपए खर्च करके इंदौर दौरे पर ले जाया जाता है. वहां से आने के बाद क्या हासिल होता है? स्वच्छता रैंकिंग में रायपुर छठ में नंबर से 11 वे स्थान पर पहुंच गया. उसके बावजूद भी महापौर के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इसका मतलब यह साफ है कि इस भ्रष्टाचार में महापौर लिप्त हैं. तभी भारी बारिश में रोड की स्वीपिंग मशीन से सफाई करवा रहे हैं. इन सब बातों का जवाब महापौर और नगर निगम प्रशासन को देना चाहिए."