BJP complained to Election Commission भ्रष्टाचारी अफसरों के खिलाफ हो कार्रवाई, बीजेपी की निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग - Mahadev online betting App
BJP complained to Election Commission बीजेपी ने महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले को लेकर कांग्रेस पर वार किया है.कांग्रेस के भ्रष्टाचार और घोटालों के साथ महादेव एप मामले की शिकायत बीजेपी ने निर्वाचन आयोग से की है.Election Commission
रायपुर : छत्तीसगढ़ में बीजेपी महादेव ऑनलाइन सट्टा एप को लेकर हमलावर हो गई है. महादेव एप से जुड़े शुभम सोनी के वीडियो को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस की शिकायत निर्वाचन आयोग से की है. रायपुर सांसद सुनील सोनी, पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू, पूर्व विधायक नवीन मार्कंडेय ने इस मामले को लेकर निर्वाचन आयोग से शिकायत की.
चुनाव शांंतिपूर्ण तरीके से हो संपन्न :सांसद सुनील सोनी ने कहा कि महादेव सट्टा एप का संचालन करने वाले शुभम सोनी ने रविवार को एक वीडियो जारी कर कुछ अधिकारियों के भी नाम लिए हैं. ऐसे में चुनाव प्रभावित ना हो इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने निर्वाचन आयोग से शिकायत की है. ताकि 7 और 17 नवंबर को प्रदेश में होने वाले चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके.
भ्रष्टाचारी अफसरों के खिलाफ हो कार्रवाई :रविवार को महादेव सट्टा एप का संचालन करने वाले शुभम सोनी ने एक वीडियो जारी किया. जिसमें कुछ अधिकारियों के नाम हैं. ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. चुनाव के दौरान इन अधिकारियों को यहां से हटाया जाना चाहिए. इस तरह की मांग निर्वाचन आयोग से भारतीय जनता पार्टी ने की है.
''प्रदेश में दो चरणों में होने वाले चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से हो सके. कांग्रेस सरकार चाहती तो महादेव सट्टा एप का संचालन धारा 69 A के तहत रोक सकती थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने महादेव सट्टा एप को प्रतिबंधित नहीं किया.''सुनील सोनी, बीजेपी सांसद
भ्रष्ट अधिकारियों पर हो कार्रवाई :रायपुर सांसद सुनील सोनी ने कहा कि रायपुर जिले के इन 7 विधानसभा सीटों का मतदान प्रभावित न हो इसलिए 10 दिनों पहले निर्वाचन आयोग से शिकायत की गई है. प्रदेश में कई अधिकारी हैं, लेकिन हर अधिकारी भ्रष्ट नहीं होता है. कुछ ऐसे अधिकारी भ्रष्ट हैं जिनके कारण आने वाला मतदान प्रभावित होने की संभावना है. छत्तीसगढ़ के कुछ अधिकारी ऐसे हैं, जो इस चुनाव की फिजा को बिगाड़ने में लगे हुए हैं. ऐसे लोगों की निर्वाचन आयोग जांच कर उन पर कार्यवाई करें.