रायपुर:आइए जानते हैं उन अधिकारियों के बारे में जिनके फैसले ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को प्रशासन के खिलाफ बोलने पर मजबूर कर दिया है. उनके इस कदम से प्रदेश की सियासत में वर्तमान सीएम और पूर्व सीएम को आमने-सामने ला कर खड़ा कर दिया है. भाजपा द्वारा आयोजित किसान महापंचायत की जगह बदलने को लेकर शुरू हुए इस विवाद से सियासी पारा उफान पर है. राजनीतिक प्रदर्शन की जगह बदलने का फैसला जिला प्रशासन का है. ऐसे में जानते हैं कि रमन सिंह के गृह नगर में अपने फैसले से नाराज करने वाले कलेक्टर कौन हैं.
पढ़ें: अफसरों पर फिर बरसे रमन, कहा- कॉन्ट्रैक्ट पर आए अधिकारी मनमानी और करप्शन में लिप्त
रमेश कुमार शर्मा, कलेक्टर कबीरधाम
कुछ महीने पहले कबीरधाम जिला के कलेक्टर के तौर पर पद संभालने वाले रमेश कुमार शर्मा 2010 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. वैसे तो वे मूल रूप से राज्य प्रशासनिक सेवा से हैं. 2010 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रमोट किया गया था. वे राजनांदगांव जिले के चिखली के रहने वाले हैं. रमेश कुमार शर्मा, रमन सरकार के समय आईएएस अधिकारी के तौर पर प्रमोट हुए थे. लेकिन लंबे समय से मंत्रालय में ही विभिन्न पदों पर अपनी सेवा दे रहे थे. कुछ महीने पहले कोविड-19 महामारी के दौरान ही भूपेश सरकार ने बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की थी. तब इन्हें अवनीश शरण की जगह पर कबीरधाम कलेक्टर नियुक्त किया गया था.
पढ़ें: बीजेपी को लोकतंत्र पर भरोसा नहीं, कांग्रेस सरकार गिराने का कर रहे षडयंत्र-सीएम बघेल