रायपुर : आदि शंकराचार्य जयंती एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है. जो प्राचीन भारत के महानतम दार्शनिकों और धर्मशास्त्रियों में से एक, आदि शंकराचार्य की याद में मनाया जाता है. आदि शंकराचार्य को हिंदू दर्शन के प्रमुख विद्यालयों में से एक, अद्वैत वेदांत को पुनर्जीवित करने और लोकप्रिय बनाने का श्रेय दिया जाता है. आदि शंकराचार्य जयंती की हर साल बदलती रहती है क्योंकि यह हिंदू कैलेंडर में वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की 5वीं तिथि को मनाई जाती है.
कब है आदि शंकराचार्य की जयंती : आदि शंकराचार्य जयंती साल 2023 में 3 मई को मनाई जाएगी. इस दिन, आदि शंकराचार्य के भक्त पूजा करते हैं और उनके सम्मान में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित करते हैं. आदि शंकराचार्य के भक्त उनकी शिक्षाओं और दर्शन पर धार्मिक प्रवचनों और चर्चाओं में भी शामिल होते हैं. केरल के कलाडी में आदि शंकराचार्य का एक विशाल मंदिर भी है. कलाडी आदि शंकराचार्य की जन्मस्थली मानी जाती है.इसलिए लोग इस दिन मंदिर में जाकर उनके दर्शन करते हैं.आदि शंकराचार्य जयंती एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो हिंदू दर्शन और आध्यात्मिकता के प्रति आदि शंकराचार्य के अपार योगदान को उजागर करता है.