छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

बिहान महिला समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री को दिए गोबर से बने उत्पाद, सीएम ने की तारीफ

धमतरी की मल्टीयूटीलिटी सेंटर बिहान की महिला सदस्यों ने रविवार को मुख्यमंत्री से मुलाकात की. इस दौरान समूह की सदस्यों ने सीएम को गोबर से बने उत्पाद भेंट किए. सीएम ने समूह की ओर से बनाए गए उत्पादों की सराहना भी की.

products made of cow dung presented to CM
सीएम को दिए गोबर से बने उत्पाद

By

Published : Jul 26, 2020, 7:46 PM IST

Updated : Jul 26, 2020, 10:10 PM IST

रायपुर:धमतरी जिले के छाती गांव के मल्टीयूटीलिटी सेंटर बिहान की महिला सदस्यों ने सिहावा विधायक लक्ष्मी ध्रुव के नेतृत्व में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सौजन्य मुलाकात की. इस अवसर पर समूह की सदस्यों ने सीएम भूपेश को गोबर और बांस से बने उत्पाद भेंट किए और गोधन न्याय शुरू करने के लिए आभार व्यक्त किया. मुख्यमंत्री ने समूह की ओर से बनाए गए उत्पादों की तारीफ की और उन्हें शुभकामनाएं दी. महिलाओं ने मुख्यमंत्री को छाती मल्टीयूटीलिटी सेंटर आने का न्यौता भी दिया.

सीएम को दिए गोबर से बने उत्पाद

बिहान की सदस्यों ने बताया कि मल्टीयूटीलिटी सेंटर में करीब 15 स्व-सहायता समूह की 165 महिलाएं काम कर रही हैं. स्वावलंबी स्व-सहायता समूह की सदस्य और नगरी जनपद सदस्य दुर्गेश नंदिनी साहू ने बताया कि उनका यह समूह पिछले 3 सालों से काम कर रहा है. उनका समूह गोबर से गणेशजी की प्रतिमा, गमला, झूमर और अन्य गौ उत्पाद बनाता है. समूह की महिलाओं ने बताया कि छाती मल्टीयूटीलिटी सेंटर का शुभारंभ दो महीने पहले हुआ था और अब तक सेंटर से करीब 165 महिलाएं जुड़ चुकी हैं.

कवर्धा : बिहान स्व सहायता समूह की महिलाओं ने बनाई आकर्षक स्वदेशी राखियां

जीवन स्तर में सुधार

सेंटर में बांस से ट्री गार्ड भी बनाया जा रहा है. जिसकी बिक्री से एक महिला को 100 रुपए की आमदनी होती है और एक महिला हर रोज 3 से 4 ट्री गार्ड बनाती हैं. समूह से जुड़ी महिलाओं को इसके अलावा उत्पादन से मिले मुनाफे में भी लाभांश मिलता है. जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार आया है. अब वे अपने परिवार की मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति कर पा रही हैं.

अब तक बिक चुकी 12 हजार से ज्यादा राखियां

ज्ञानदीप स्व-सहायता समूह की सदस्य लक्ष्मी चंद्राकर और कमला बाई ने बताया कि उनका समूह गोबर से राखी, पेपरवेट, चूड़ी-कंगन और महिलाओं के लिए मेकअप का सामान भी बनाता है. उन्होंने बताया कि अब तक उनका समूह 12 हजार 500 राखी बेच चुका है. जिससे उन्हें करीब 5 लाख 50 हजार रुपए की आय हुई है. उन्होंने बताया कि गोबर से बनाई गई इन राखियों में जामुन, टमाटर और फलों के बीज डाले गए हैं. जिन्हें गमलों में रोपा जा सकता है.

Last Updated : Jul 26, 2020, 10:10 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details