Mohan Markam Oath Taking Ceremony: मोहन मरकाम आज लेंगे मंत्री पद की शपथ, मंत्रिमंडल के विभागों में भी होगा फेरबदल - बृजमोहन अग्रवाल
Mohan Markam Oath Taking Ceremony छत्तीसगढ़ के शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. वहीं मोहन मरकाम को पीसीसी चीफ के पद से हटाए जाने के बाद मंत्री बनाया जा रहा है. मोहन मरकाम आज मंत्री पद की शपथ लेंगे.
मोहन मरकाम कल लेंगे मंत्री पद की शपथ
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Published : Jul 13, 2023, 7:16 PM IST
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Updated : Jul 14, 2023, 6:28 AM IST
मोहन मरकाम कल लेंगे मंत्री पद की शपथ
रायपुर: मोहन मरकाम आज मंत्री पद की शपथ लेंगे. दीपक बैज को पीसीसी चीफ बनाए जाने के बाद अब मोहन मरकाम को मंत्री पद दिया जा रहा है. कैबिनेट में फेरबदल को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने गुरुवार को रुख साफ किया. जांजगीर चांपा से लौटने के बाद सीएम बघेल ने रायपुर हेलीपैड पर मीडिया से चर्चा की.
विभागों में फेरबदल :मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंत्रिमंडल के विभागों में फेरबदल की भी बात कही है. कैबिनेट में फेरबदल को सीएम भूपेश बघेल ने कांग्रेस के लिए चुनाव में फायदेमंद भी बताया. उन्होंने विधानसभा चुनाव 2023 में 75 पार का लक्ष्य लेकर चलने की भी बात मजबूती से दोहराई.
प्रेमसाय सिंह टेकाम का इस्तीफा स्वीकृत किया गया है. मोहन मरकाम का शपथ ग्रहण जल्द होगा. राजभवन पत्र भेज दिया गया है. -भूपेश बघेल, सीएम, छत्तीसगढ़
रमन सिंह पहले अपना घर देख लें-बघेल: सीएम भूपेश बघेल ने विपक्ष पर भी निशाना साधा है. पूर्व सीएम रमन सिंह के100 दिन का मंत्री बनाकर मरकाम को झुनझुना पकड़ाने वाले बयान पर सीएम ने तल्ख अंदाज में जवाब दिया.
रमन सिंह अपना देखें, अपनी पार्टी का काम देखें. वहां उनकी स्थिति क्या है, वह देखें. उनके सीनियर उनके साथ जो मिनिस्टर रहे बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, प्रेम प्रकाश पांडे उनकी स्थिति क्या है. पहले वह उनके हित को साधने, उनको तो मान सम्मान दे दें. जितनी भी कमेटियां बनीं सबसे आउट, पहले वह अपना घर देख लें. -भूपेश बघेल, सीएम, छत्तीसगढ़
बीजेपी ने बताया सत्ता परिवर्तन का संकेत:नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी में अंतर्विरोध और गुटबाजी का दावा किया. नारायण चंदेल के मुताबिक यह अंतर्विरोध की चरम सीमा है. प्रदेश सरकार के मंत्रियों से इस्तीफा लिया जा रहा है. उन्हें इस्तीफा देने के लिए बाध्य किया जा रहा है. यह इस बात का संकेत है, कि कांग्रेस प्रदेश में किन हालातों से गुजर रही है. कांग्रेस में हिटलरशाही, एकला चलो की नीति का यह परिणाम है. यह परिवर्तन छत्तीसगढ़ विधानसभा में आने वाले चुनाव में सत्ता के परिवर्तन का संकेत है. भारतीय जनता पार्टी की सत्ता में वापसी यह तय दिखाई दे रही है
आदिवासी वोट बैंक पर नजर: छत्तीसगढ़ में आदिवासी आबादी 80 लाख है, जिनमें से 70 लाख लोग बस्तर और सरगुजा में रहते हैं और बाकी मैदानी इलाकों में. सूबे में 54 लाख आदिवासी मतदाता हैं. 2018 में कांग्रेस को करीब 24 लाख आदिवासी वोट मिले थे. इस बार फिर इस वर्ग को साथ लेकर चलने के लिए दीपक बैज को पीसीसी चीफ बनाया गया. अब मोहन मरकाम को मंत्री पद दिया जा रहा है. समाज का प्रतिनिधित्व बढ़ाकर कांग्रेस इन्हें साधने में अभी से जुट गई है. जानकारों की मानें तो ये सारी कवायद विधानसभा चुनाव 2023 को देखते हुए की जा रही है. हो सकता है कि आने वाले समय में आदिवासी समाज की भागीदारी को और बढ़ा दिया जाए.