Award To Six Government Hospitals : छत्तीसगढ़ के छह सरकारी अस्पतालों को अवॉर्ड, मिला राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण
Award To Six Government Hospitals छत्तीसगढ़ के छह सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवा मामले में पुरस्कार जीता है. इन अस्पतालों को केंद्र की टीम ने दौरा करने के बाद राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र से नवाजा गया है.
छत्तीसगढ़ के छह सरकारी अस्पतालों को अवॉर्ड
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Published : Jul 14, 2023, 2:23 PM IST
रायपुर : छत्तीसगढ़ के रायपुर में छह सरकारी अस्पतालों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक यानी एनक्यूएएस प्रमाण पत्र मिला है. अस्पतालों को उनके उत्कृष्ट रोगी देखभाल और स्वास्थ्य सेवा वितरण के लिए एनक्यूएएस प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया है. इन अस्पतालों को उनकी सेवाओं के लिए सम्मान मिला है. सेवा और बेहतर रोगी देखभाल में चार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने सरगुजा जिले के उदयपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और बागबाहरा सामुदायिक स्वास्थ्य को एनएसएक्यू प्रमाण पत्र दिया है. जांजगीर-चांपा जिले के जर्वे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ महासमुंद के बगोदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बस्तर में कुम्हरावंड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सरगुजा में बटाईकेला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और कांकेर में बगोदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भी एनएसएक्यू प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया हैं.
कब किया था केंद्र की टीम ने दौरा :अप्रैल और जून के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के विशेषज्ञों की टीम छत्तीसगढ़ दौरे पर आई थी. अस्पतालों के मूल्यांकन के बाद इन अस्पतालों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाणपत्र प्रदान मिला है. मरीजों को मिलने वाली सेवाओं की गुणवत्ता का आकलन करने के लिए मूल्यांकन प्रक्रिया के मुताबिक उदयपुर सीएचसी को एक पुरस्कार मिला है.
किस अस्पताल को कितने अंक :उदयपुर सीएचसी को मूल्यांकन में 87 फीसदी अंक मिले, जबकि बागबाहरा सीएचसी को 85 फीसदी अंक मिले. वहीं जर्वे पीएचसी को 82 फीसदी, बगोदर पीएचसी को 80 फीसदी, बटाईकेला पीएचसी को 76 फीसदी और कुम्हरावंड पीएचसी को 75 फीसदी अंक मिले.
कैसे दिए गए हैं अंक : राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाणपत्र प्राप्त करने से पहले, अस्पतालों को विशेषज्ञ टीम ने गहन मूल्यांकन से गुजरना पड़ता है. रोगियों के लिए उपलब्ध सेवाएं, रोगी के अधिकार, इनपुट, सहायता सेवाएं, नैदानिक सेवाएं, संक्रमण नियंत्रण, गुणवत्ता प्रबंधन और सहित कई पैमाने में मूल्यांकन किया गया. जिन अस्पतालों ने इन कठोर मानकों को पूरा किया उन्हें केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने गुणवत्ता प्रमाणपत्र दिए हैं.