छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

शवों के पोस्टमार्टम के लिए परिजनों को नहीं करना पड़ेगा इंतजार, रायपुर जिला अस्पताल में शवगृह की शुरुआत - Arrangement of mortuary in government hospitals of Raipur

mortuary facility in Raipur hospitals: रायपुर के अस्पतालों में जल्द ही शवगृह की सुविधा मुहैया की जाएगी. अब शवों के पोस्टमार्टम के लिए लोगों को भटकना नहीं पड़ेगा.क्योंकि ऐसा देखा गया है कि अपनों के मौत के बाद उनके परिजनों को शव के पोस्टमार्टम के लिए भटकना पड़ता है

mortuary facility in Raipur
रायपुर के अस्पतालों में शवगृह की सुविधा

By

Published : Feb 17, 2022, 6:48 PM IST

रायपुर:किसी हादसे में अपनों को खोने का दुख काफी बड़ा होता है. ऐसे में अगर पोस्टमार्टम के लिए भी लंबा इंतजार करना पड़े तो दुख के आंसू भी सूख जाते हैं. लेकिन रायपुर में अब लोगों को अपनों के पोस्टमार्टम के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. अंबेडकर अस्पताल और एम्स के बाद अब जल्द जिला अस्पताल में भी शवगृह शुरू किया गया (mortuary facility in Raipur hospitals) है.

रायपुर के अस्पतालों में शवगृह की सुविधा

इसके लिए शहर के थानों का बंटवारा किया गया. राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल मेकाहारा में शवगृह की सुविधा होने से मेकाहारा पर अतिरिक्त दबाव बन जाता था. दूसरे जिले के अफेयर केसेस भी मेकाहारा में आते थे. रायपुर एम्स में भी शवगृह की सुविधा थी लेकिन मेकाहारा प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल होने की वजह से पोस्टमार्टम के लिए शव को मेकाहारा ही भेजा जाता था. जिसको देखते हुए अब जिला अस्पताल में भी शवगृह की सुविधा शुरू की जा रही है. अब शहर के 26 थानों को तीन अस्पतालों में बांटा गया है, जिससे किसी एक अस्पताल के शवगृह पर ज्यादा दबाव ना पड़े. हर दिन मेकाहारा में 10 से 15 केसेस पोस्टमार्टम के लिए आते हैं. कई बार एक दिन के केसेस 20 तक भी पहुंच जाते हैं. जिससे अस्पताल पर दबाव अधिक बढ़ जाता था, जिससे अब निजात मिलेगा.

यह भी पढ़ें:गीता देवी मेमोरियल अस्पताल सील हुआ तो आदिवासियों की आवाज बनने पर लोगों ने ETV Bharat को कहा धन्यवाद

किस लिए किया जाता है पोस्टमार्टम

किसी की भी मौत की वजह का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम करना जरूरी होता है. सामान्य परिस्थितियों में मौत होने पर अक्सर परिवार वाले किसी सदस्य के मरने के बाद उसके शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाते. ज्यादातर संदिग्ध हालात में मौत होने की स्थिति में ही पोस्टमार्टम की नौबत आती है.

अस्पताल के 3 शवगृह को रायपुर के 26 थानों में किया गया डिवाइड

इस विषय में रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार ने बताया कि जिला अस्पताल में नया शवगृह खुला है. अब रायपुर में तीन जगह शवगृह की सुविधा है. रायपुर के 26 थानों को शवगृह के हिसाब से डिवाइड किया गया है. एम्स में भी पोस्टमार्टम की सुविधा है. इस वजह से एम्स में पोस्टमार्टम के लिए स्वास्थ विभाग के डायरेक्टर से बात किया गया है. शहर के 6 थानों को उससे जोड़ा गया है यानी शहर के 6 थाना क्षेत्र में अगर कोई हादसा होता है. किसी की डेथ होती है तो एम्स में उनका पोस्टमार्टम किया जा सकेगा.

यह भी पढ़ें:कोरबा जिला अस्पताल में मौत पर परिजनों का हंगामा: रेफरल रैकेट का संदेह, डीन ने कहा होगी जांच

जिला अस्पताल में भी शुरू हुई शवगृह की सुविधा

इस विषय में जिला अस्पताल सिविल सर्जन पी के गुप्ता ने बताया कि जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए बिल्डिंग, इक्विपमेंट, डॉक्टरों की नियुक्ति सभी पूरी हो चुकी है. कलेक्टर ने भी शहर के तीन मरचुरी को 26 थानों में डिवाइड किया है. जिस थाना क्षेत्र की घटना होगी संबंधित अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए शव को भेजा जाएगा. जिला अस्पताल के शवगृह को मेन रोड से जोड़ने का एक छोटा सा काम रह गया है, जिसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा.

जानें शहर के किन थानों को किस अस्पतालों में जोड़ा गया

पहले एम्स में कबीर नगर थाना, सरस्वती नगर थाना और आमानाका थाना के केसेस ही जाते थे. अभी एम्स में पुराने थाने के साथ-साथ डीडी नगर थाना, आजाद चौक थाना और पुरानी बस्ती थाना को भी जोड़ा गया है. जिला अस्पताल से विधानसभा थाना, सिविल लाइन थाना, खम्हारडीह थाना, तेलीबांधा थाना, देवेंद्र नगर थाना को जोड़ा गया है. मेकाहारा से कोतवाली थाना, खमतराई थाना, गंज थाना, मौदहापारा थाना, गोलबाजार थाना, पंडरी थाना, टाटीबंध थाना, मुजगहन थाना, राजेंद्रनगर थाना, उरला थाना, धरसींवा थाना, गुढ़ियारी थाना, माना थाना, मंदिरहसौद थाना जोड़ा गया है.

3 शवगृह होने से लोगों के साथ पुलिस का काम होगा आसान

रायपुर के केसेस के साथ-साथ मेकाहारा में दूसरे जिलों के रेसलर केसेस आने की वजह से वहां के शवगृह में बहुत ज्यादा दबाव रहता था. कभी-कभी ऐसा होता था कि लोगों को सुबह से शाम तक तो कभी 1 दिन तक का भी इंतजार करना पड़ता था.

ABOUT THE AUTHOR

...view details