रायपुर:छत्तीसगढ़ में शिक्षक भर्ती (teacher recruitment in chhattisgarh) का इंतजार करते-करते अब सूची में चयनित अभ्यर्थियों के सामने कई तरह की दिक्कतें आ रही है. शिक्षक भर्ती मामले में छत्तीसगढ़ में लगातार विवाद का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग (school education department) के विभिन्न वर्गों में 14 हजार 580 पदों पर शिक्षकों की भर्ती करने जा रहा है. इसे लेकर आवेदक पिछले 2 साल से इंतजार कर रहे हैं. शिक्षक भर्ती का विज्ञापन 9 मार्च 2019 को जारी हुआ था. लेकिन 2 साल बीत जाने के बाद भी व्याख्याताओं (lecturer) के केवल 2 हजार 600 पदों पर ही नियुक्ति हो पाई है. अभी भी बाकी पदों पर नियुक्ति नहीं हो पाने को लेकर अभ्यर्थियों में काफी नाराजगी है. यही नहीं कई अभ्यर्थी तो इतने मायूस हो चुके हैं कि अब वो खेती किसानी और मजदूरी भी करने लगे हैं.
छत्तीसगढ़ में कोरोना काल के दौरान नई सरकारी नौकरियों के लिए पहले ही गिनी चुनी भर्तियां निकली हैं. ऐसे में पहले से ही स्कूल शिक्षा विभाग में खाली पड़े 14 हजार 580 पदों पर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया जो लंबित है, इसे पूरा करने के लिए अभ्यर्थी लगातार आंदोलन कर रहे हैं. बीते दिनों शिक्षक संवर्ग के अभ्यर्थियों की ओर से किए जा रहे आंदोलन के बाद उन पर FIR भी कर दी गई थी. बाद में सरकार ने बैकफुट पर आते हुए स्कूल शिक्षा विभाग (school education department) को जल्द से जल्द भर्ती करने का आदेश दिया. लेकिन भर्ती प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो पाई है.
शिक्षक भर्ती मामले (teacher recruitment case) में स्कूल शिक्षा विभाग ने अभ्यर्थियों का दो-दो बार दस्तावेज सत्यापन (document verification) किया. लेकिन अब तक इनकी भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह नहीं हो पाई है. इसे लेकर अभ्यर्थियों में नाराजगी देखी जा रही है. छत्तीसगढ़ DEd, BEd प्रशिक्षित संघ के बैनर तले अभ्यर्थी अपने अधिकारों को लेकर लंबे समय से भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की मांग कर रहे हैं. बीते दिनों आंदोलन का ऐलान भी किया था. छत्तीसगढ़ डीएड बीएड प्रशिक्षित संघ (Chhattisgarh DEd BEd Trained Association) के अध्यक्ष दाऊद खान ने कहा कि 9 मार्च 2019 को शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया था. इसके 2 साल बीत जाने के बाद भी व्याख्याताओं में से 2600 पदों पर ही नियुक्ति हो सकी है. जबकि विज्ञापन में व्याख्याता के 3177 पद, सभी विषय के शिक्षक पद के 5897 पद और सहायक शिक्षक के 5506 पद, यानी कुल 14 हजार 580 पदों का उल्लेख है.
भर्ती निकलने के 2 शिक्षण सत्र बीत जाने के बाद भी भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं होने से प्रदेश भर के अभ्यर्थी नाराज हैं. उन्होंने बताया कि पिछले ढाई साल से वे नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं. सरकार से लगातार नियुक्ति की मांग कर रहे हैं. जिससे हम छत्तीसगढ़ के अभ्यर्थियों का भविष्य सुधर सके.
शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर डीएड और बीएड संगठनों का प्रदर्शन
अब तक जारी नहीं हुआ आदेश
अभ्यर्थी परिवेश मिश्रा कहते हैं कि इस भर्ती प्रक्रिया के निकलने से हर युवा अपने आप पर गर्व महसूस कर रहा था कि, इस तरह से भर्ती होने से हर युवा सरकारी नौकरी में जाकर समाज की सेवा करेगा. उसके लिए तैयारी करने के बाद भी पिछले 2 सालों से जब नवंबर में हमारा चयनित सूची में नाम आ गया, इसके बाद जनवरी में पूरे दस्तावेज परीक्षण भी कर दिए जाते हैं, उसके बाद भी यह प्रक्रिया नहीं की जा रही है. सरकार से हम मांग करते हैं कि हमारी नियुक्तियां जल्द से जल्द की जाए. लेकिन सरकार की ओर से इसे गोल-गोल घुमाते हुए हमारे सत्यापन को फिर से दोबारा करवाया गया. दोबारा सत्यापित होने के बाद भी अब तक नियुक्ति आदेश नहीं मिला है. 27 महीने से ज्यादा होने के बाद भी हमें नियुक्ति आदेश नहीं मिल पाना बेहद दुखद है.
ये था मामला
दरअसल स्कूल शिक्षा विभाग लाखों रुपये खर्च कर पहले ही तमाम अभ्यर्थियों का सत्यापन करा चुका है. सरकार ने कोरोना काल में भर्ती पर रोक लगा दी थी. अभ्यर्थियों की सूची भी तैयार हो चुकी थी. इसके बाद भी दोबारा कागजात की जांच पड़ताल की गई. स्कूल शिक्षा विभाग विभिन्न संवर्गों में 14 हजार 580 पदों पर शिक्षकों की भर्ती करने की प्रक्रिया की है. इसके लिए मार्च 2019 में विज्ञापन जारी किया गया था. छत्तीसगढ़ व्यवसायिक परीक्षा मंडल (छत्तीसगढ़ व्यापम) ने मई में परीक्षा ली थी. विभिन्न वर्गों के परिणाम 30 सितंबर से लेकर 22 नवंबर 2019 तक जारी किए गए थे.