रायपुर: छत्तीसगढ़ के धमतरी की रहने वाली अंजलि जैन और इब्राहिम सिद्दीकी मामले में हाई कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा था कि अंजलि अपनी मर्जी से अपने पति या फिर माता-पिता के साथ रह सकती है, लेकिन प्रशासन ने अंजलि को अभी भी सखी सेंटर से रिहा नहीं किया है. ETV भारत से खास बातचीत करते हुए उसने आरोप लगाया कि यहां उसे बंधक बनाकर रखा गया है'.
ETV भारत से अंजलि ने बयां किया दर्द अंजलि ने ETV भारत से बताया कि 'कोर्ट के फैसले के मुताबिक, मुझे सखी सेंटर से रविवार को ही रिहा कर दिया जाना था, बावजूद इसके अभी तक मुझे नहीं रिहा किया गया.' मुझसे कहा जा रहा है कि 'अभी आदेश स्पष्ट नहीं है और जब तक यह स्पष्ट नहीं होगा. तब तक आपको जाने नहीं दिया जाएगा'.
वहीं पूरे मामले में अंजलि जैन ने मीडिया से बातचीत करने के लिए सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी. लेकिन उन्हें मीडिया से बात नहीं करने दिया गया. जिससे मजबूर होकर अंजलि ने वीडियो कॉल के माध्यम से मीडिया से बातचीत की और प्रशासन पर कई आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि 'कोर्ट का आदेश मेरे पक्ष में है बावजूद इसके मुझे यहां से नहीं जाने दिया जा रहा है'
भूख हड़ताल जारी रखने की चेतावनी
अंजलि ने मीडिया से अपना दुख जाहिर करते हुए कहा कि 'मुझे न तो कहीं जाने दिया जा रहा है और न ही किसी से बात करने दिया जा रहा है. इसका मतलब यही है कि मुझे बंदी बनाकर यहां पर रख लिया गया है. अब जब तक मुझे रिहा नहीं किया जाएगा, तब तक यहां पर मैं कुछ नहीं खाउंगी, भूख हड़ताल पर रहूंगी'.
दो साल पहले की थी शादी
बता दें कि धमतरी के रहने वाले मोहम्मद इब्राहिम सिद्दीकी और अंजलि जैन ने दो साल की जान-पहचान के बाद 25 फरवरी 2018 को रायपुर के आर्य मंदिर में शादी की थी. इब्राहिम का दावा है कि उसने शादी से पहले हिंदू धर्म अपना लिया था. इसके बाद उन्होंने अपना नाम आर्यन आर्य रखा था.