रायपुर:केंद्रीय गृहमंत्री के कोरबा दौरे के मिनट टू मिनट कार्यक्रम के अनुसार वे सबसे पहले मां सर्वमंगला के दरबार में दर्शन के लिए जाएंगे. यहां वे 10 मिनट रुककर पूजा अर्चना करेंगे. इसके बाद इंदिरा स्टेडियम में आयोजित आम सभा में भाजपा ने 50 हजार लोगों को संबोधित करेंगे. सभा के बाद वे जश्न रिजॉर्ट में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक लेंगे. प्रदेश में आने वाले चुनाव के मद्देनजर जरूरी निर्देश के साथ ही संगठन की मजबूती पर मंथन करेंगे. अमित शाह कुल डेढ़ से 2 घंटे का समय ही कोरबा में बिताएंगे.Amit Shah visit to korba
Amit Shah korba visit: कोरबा पर टिकी केंद्र सरकार की नजरें, अमित शाह के दौरे का क्या है प्लान
चुनावी राज्यों में उठापटक के लिए है पहचान :अमित शाह और इसके इर्द-गिर्द ही भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का थिंकटैंक काम करता है. अमित शाह को चुनावी राज्यों में उठापटक के लिए भी पहचाना जाता है. जब से अमित शाह के कोरबा आने की खबर सामने आई है. तभी से सभी आम और खास के जुबान पर एक चर्चा जो सबसे तेजी से फैल रही है, वो यह है कि कुछ बड़े चेहरे भाजपा में प्रवेश कर सकते हैं. इन चर्चाओं को तब और हवा मिलने लगी. जब कांग्रेस संगठन से समय-समय पर नाराजगी जाहिर करने वाले ढाई ढाई साल फॉर्मूले में सीएम पद के उम्मीदवार कद्दावर मंत्री टीएस सिंहदेव ने यह कह दिया था, कि इस बार उनका चुनाव लड़ने का मन नहीं है. वह जनता से पूछ कर अंतिम निर्णय लेंगे. ऐसे में अमित शाह जब कोरबा आएंगे और यहां भाजपा पदाधिकारियों की बैठक लेंगे. तब किस तरह के मंत्र वह पदाधिकारियों को देंगे और क्या उठापटक होगा? यह सवाल सुलग रहे importance of amit shah visit हैं. Chhattisgarh today news
कैसा है कोरबा लोकसभा का गणित : कोरबा लोकसभा के अस्तित्व में आने के बाद 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में डॉ चरणदास महंत यहां से सांसद निर्वाचित हुए थे. लेकिन जब 2014 का लोकसभा चुनाव हुआ तब दूसरे नंबर पर आने वाले डॉ बंशीलाल महतो को भाजपा ने फिर से रिपीट किया . इस बार उन्होंने डॉ चरणदास महंत को 4265 वोटों से हरा दिया. फिर 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर वाले दौर में भाजपा ने डॉ बंशीलाल महतो को टिकट न देकर अप्रत्याशित चेहरा ज्योतिनंद दुबे को मैदान में उतारा. जिनके प्रचार के लिए पीएम मोदी भी कोरबा आये थे. तब छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन हो चुकी थी. 15 साल के बीजेपी शासन के बाद कांग्रेस सत्ता में काबिज हो चुकी थी. डॉ चरणदास महंत विधानसभा अध्यक्ष बन चुके थे. इसलिए पार्टी ने उनकी पत्नी ज्योत्सना महंत को लोकसभा का टिकट दिया. कोरबा लोकसभा में 8 विधानसभा की सीटें सम्मिलित हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में ज्योत्सना महंत ने 26 हजार वोटों से जीत दर्ज की और कोरबा लोकसभा से निर्वाचित हुई.
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