रायपुर:जोगी परिवार का जाति मामला हमेशा से सुर्खियों में रहा है, लेकिन इसमें अब एक और नया मोड़ सामने आया है. पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके बेटे अमित जोगी के बाद अब ऋचा जोगी भी जाति मामले में घिर गई हैं. अमित जोगी की पत्नी ऋचा जोगी के जाति प्रमाण पत्र को निरस्त करने की मांग की जा रही है. इस मामले को संज्ञान में लेकर कलेक्टर ने ऋचा जोगी को नोटिस भी जारी किया है. वहीं अमित जोगी ने शासन और प्रशासन पर कई सवाल खड़े किए हैं.
अमित जोगी ने ट्वीट कर लिखा कि, 'जब मेरी धर्मपत्नी डॉक्टर ऋचा जोगी का पैतृक परिवार कम से कम पांच दशकों से अनुसूचित जनजाति वर्ग से सरकारी नौकरियां करते आ रहा है, तब तो किसी को उनकी जाति की याद नहीं आई. आज ऋचा का केवल एक ही दोष है कि वो स्वर्गीय अजीत जोगी जी और डॉक्टर रेनु जोगी जी की बहु, मेरी धर्मपत्नी और मेरे दो महीने बेटे की माँ है'.
अमित जोगी ने ये भी लिखा कि, 'जब मेरे पिता जी और मुझसे नहीं निपट पा रहे हैं तो अब मेरे दूध पीते बेटे की माँ के पीछे हाथ धो के पड़ गए है. कांग्रेस और भाजपा जोगी परिवार के सामाजिक सम्मान की हत्या करने के लिए किसी हद तक भी जा सकती है, अपनी बहू की इज्जत में हाथ डालने वालों का जवाब अब मरवाही देगा'.
क्या है पूरा मामला
जेसीसीजे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी की पत्नी ऋचा जोगी के चुनाव लड़ने की खबरों के बीच जाति प्रमाण पत्र को लेकर संत कुमार नेताम ने मुंगेली कलेक्टर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. नेताम ने ऋचा जोगी की जाति को लेकर आपत्ति जताई है.उन्होंने बताया कि ऋचा जोगी 15 जुलाई को जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिया था, जिसके बाद 48 घंटे के भीतर ही एसडीएम ने 17 जुलाई को गोंड आदिवासी जाति प्रमाण पत्र जारी किया था.