रायपुर: सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास के सामने धमतरी के युवक ने आत्मदाह का प्रयास किया था. इस मामले पर जेसीसी(जे) प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने न्यायिक जांच कराने की मांग की है. अमित जोगी ने कहा है कि बड़ी विवशता में बेरोजगारी से तंग आकर गरीबी और लाचारी के कारण हरदेव को यह कदम उठाना पड़ा. इसमे शासन ने एसडीएम से मजिस्ट्रोलिय जांच की बात कही है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में लीपा पोती का प्रयास किया जा रहा है.
अमित जोगी ने की न्यायिक जांच की मांग शासन के अधिकारी, एसडीएम से जांच कराना यह सही नहीं है. हमारी न्याय प्रणाली, सभ्य समाज का मौलिक आधार है, न्याय केवल होना नहीं चाहिए पर लोगों को दिखना भी चाहिए कि न्याय हो रहा है. इस आधार पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उन्होंने मांग की है कि इस पूरे मामले में अगर उन्हें कुछ छुपाने के लिए नहीं है, लीपापोती वह नहीं चाह रहे है,अगर वह चाहते हैं कि वास्तव में सच्चाई सामने आए तो उन्हें न्यायिक जांच करवानी चाहिए. यह पीड़ा सिर्फ हरदेव की नहीं है बल्कि पूरे प्रदेश के युवाओं की समस्या है.
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मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
बता दें कि सीएम हाउस के सामने सोमवार को धमतरी के रहने वाले हरदेव ने बेरोजगारी और भुखमरी से परेशान होकर आत्मदाह की कोशिश की थी. इस मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं. कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी धमतरी द्वारा इस संबंध में प्राप्त प्रारंभिक जांच प्रतिवेदन के आधार पर दंडाधिकारी जांच के आदेश दिए गए हैं. जांच के लिए अनुविभागीय और विभागीय दंडाधिकारी धमतरी को नियुक्त किया गया है. कलेक्टर धमतरी ने जांच के लिए एक माह की समय सीमा निर्धारित की है.