रायपुर: JCC(J) के अध्यक्ष अमित जोगी इन दिनों अपने ही ट्वीट में उलझे नजर आ रहे हैं. वो समझ नहीं पा रहे हैं कि अखिर उन्हें फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत की वाहवाही करनी है या उन्हें गलत ठहराना है. अमित जोगी ने गुरुवार को ट्वीट कर पहले तो कंगना रनौत का समर्थन करने की बात कही थी, वहीं कुछ घंटों बाद ही उन्होंने कंगना का समर्थन करने के लिए लोगों से माफी मांगी है.
अमित जोगी ने ट्वीट कर लिखा था कि खूब लड़ी मर्दानी, मनाली वाली रानी.. उन्होंने लिखा कि एक अकेली वीरांगना महाराष्ट्र के पूरे सिस्टम के खिलाफ लड़ रही है. जोगी ने कहा कि मणिकर्णिका के मलबे पर नए महाराष्ट्र का निर्माण होगा. उन्होंने इसके लिए कंगना को शुभकामनाएं भी दी थीं. इसके साथ ही कंगना का मुंबई ऑफिस तोड़े जाने को उन्होंने गलत बताया था.
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अमित जोगी का दूसरा ट्वीट
वहीं दूसरे ट्वीट में उन्होंने कंगना की बात से असहमति जताई है. कंगना ने ट्वीट कर लिखा था कि कास्ट सिस्टम को आधुनिक भारतीयों ने अस्वीकार कर दिया है. इस पर जोगी ने रिट्वीट कर कहा कि मैं कंगना के इस विचार से बिलकुल सहमत नहीं हूं कि देश को अब आरक्षण की जरूरत नहीं है. उन्होंने लिखा कि देश में जब तक आर्थिक और सामाजिक आधार पर उत्पीड़न होता रहेगा, तब तक ऐसे लोगों को सुरक्षा देना हमारे राष्ट्र का संवैधानिक दायित्व रहेगा. उन्होंने कहा कि बाबासाहेब अम्बेडकर ने भी आरक्षण प्रणाली को संविधान में स्थायी की जगह सामयिक व्यवस्था का दर्जा दिया, क्योंकि उन्हें विश्वास था कि 25 साल में उत्पीड़न जड़ से समाप्त हो जाएगा, लेकिन अफसोस कि ऐसा नहीं हो सका.
लोगों से मांगी माफी
अमित जोगी ने अपने ट्वीट में लिखा कि मेरे उपरोक्त ट्वीट में मनुवादी सोच से ग्रसित कंगना के लिए वीरांगना शब्द के उपयोग के लिए मैं आप सब से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं. उन्होंने लिखा कि जातिगत शोषण की हकीकत को देखने के लिए मैं कंगना को उनके मुंबई और मनाली के महलों से निकलकर छत्तीसगढ़ आने का निमंत्रण देता हूं. उन्होंने सोच-विचार कर किसी का भी समर्थन करने का सुझाव भी दिया.