रायपुर: यातायात और परिवहन विभाग द्वारा एबुलेंस फिटनेस शिविर (ambulance fitness camp) का आयोजन किया गया. जिसमें राजधानी के निजी और सरकारी एंबुलेंस में सुरक्षा संबंधी जांच के साथ ही दूसरे मापदंडों की जांच की गई. राजधानी में निजी और सरकारी संस्थाओं के पास लगभग 1,500 एंबुलेंस है. जो मरीजों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक लाने, ले जाने का काम करती है. एंबुलेंस फिटनेस शिविर का आयोजन (Ambulance fitness camp organized) रायपुर में पहली बार किया गया. विभाग ने संकेत दिए हैं कि आगे भी एंबुलेंस फिटनेस शिविर का आयोजन किया जाएगा. एंबुलेंस की जांच के लिए एआईएस के 125 मापदंडों को ध्यान में रखा गया है.
रायपुर में एंबुलेंस फिटनेस शिविर का आयोजन, सुरक्षा उपकरणों की हुई जांच - fitness camp Organized in Raipur
रायपुर के पुलिस लाइन में यातायात और परिवहन विभाग द्वारा एंबुलेंस फिटनेस शिविर का आयोजन किया गया. शिविर के तहत एंबुलेंस में सुरक्षा उपकरणों की बारीकी से जांच की गई.
एंबुलेंस विवाद : ETV भारत संवाददाता पर FIR की चौतरफा निंदा, विपक्ष ने कहा- 'ये लोकतंत्र की हत्या'
यातायात डीएसपी (traffic dsp) सतीश कुमार ठाकुर ने बताया कि एंबुलेंस फिटनेस के दौरान, मरीजों को एंबुलेंस में किस तरह की सुविधा मिल रही है. यह देखा जाता है. मरीजों को लाने ले जाने के लिए स्ट्रेचर है या नहीं. इसके अलावा एंबुलेंस में ऑक्सीजन वेंटिलेटर के साथ- साथ तमाम इक्विपमेंट की जांच की जाती है. सभी एंबुलेंस में जीपीएस सिस्टम (GPS system) को अनिवार्य किया गया है. सुरक्षा उपकरणों की बारीकी से जांच की जाती है. यह भी जांचा जाता है कि एंबुलेंस में सुरक्षा के मापदंड पूरे हैं या नहीं. यदि एंबुलेंस में मापदंड का ख्याल नहीं रखा जाता है तो उन्हें निर्धारित समय में मापदंडों को पूरा करने के निर्देश दिए जाते हैं.