रायपुर: 26 जनवरी 1950 के दिन देशभर में भारतीय संविधान को लागू किया गया था. 26 नवंबर को संविधान सभा ने इसे अपनाया था. देशभर में इस दिन को "राष्ट्रीय कानून दिवस" के रूप में मनाया जाता है. तो आइए जानते हैं भारतीय संविधान की कुछ खास बातें.
दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे लंबा संविधान:भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा संविधान होने के साथ सबसे लंबा संविधान भी है. इसमें लगभग 146,385 शब्द लिखे गए हैं. इसमें 444 लेख हैं, जो 22 भागों में विभाजित हैं. 12 अनुसूचियां जो आज संशोधनों के बाद 118 हो गए हैं.
भारत का हस्तलिखित संविधान:देश के प्रसिद्ध सुलेखक प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने मूल भारतीय संविधान को सुंदर सुलेख के साथ इटैलिक शैली में लिखा है. संविधान को लिखने में छह महीने लगे.
ऐसा संविधान जिसमें उकेरी गई हैं कई कलाकृतियां: भारतीय संविधान में कई अद्भुत कलाकृतियां उकेरी गई हैं.महान चित्रकार आचार्य नंदलाल बोस और उनके शिष्य को संविधान के हर पृष्ठ पर कलाकृति उकेरने का काम सौंपा गया था. जिसे उन्होंने बखूबी निभाया है. संविधान में नंदलाल बोस ने प्रमुख चित्रों को चित्रित किया और उनके छात्रों ने अन्य कलाकृतियों को उनके निर्देशन में बनाया.
संविधान की मूल प्रतियां:भारतीय संविधान की मूल प्रतियों को संसदीय पुस्तकालय में रखा गया है. संविधान की मूल प्रति को हीलियम से भरे एक बॉक्स में रखा गया है. उसे संरक्षित रखने के लिए नेफ़थलीन बॉल और फलालैन के कपड़े का इस्तेमाल किया गया है.
भारतीय महिलाओं को मतदान का अधिकार मिला:भारतीय संविधान के लागू होने से भारतीय महिलाओं को मतदान मिला. इससे पहले महिलाओं को इस अधिकार से वंचित रखा गया था. केवल पुरुषों को वोट देने का अधिकार था. भारतीय संविधान को बनाने में लगभग 2 साल, 11 महीने और 18 दिन का समय लगा.भारतीय संविधान को बनाने में उस वक्त लगभग 64 लाख रुपए का खर्च आया था
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