रायपुर: मध्य प्रदेश की सियासत में हो रहे उठापटक पर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने बड़ा बयान दिया है. एमपी की सियासत को लेकर जोगी ने कहा कि 'कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के कुप्रबंधन से एमपी सरकार संकट में आई. साथ ही जोगी ने इसका आलाकमान को भी जिम्मेदार ठहराया है. वहीं जोगी ने कहा कि 'छत्तीसगढ़ में एमपी जैसी स्थिति नहीं बनेगी.
जोगी ने कहा कि सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह का कुप्रबंधन और आलाकमान जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि 'शुरू में ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को पीसीसी अध्यक्ष बना दिया जाता तो यह स्थिति नहीं बनती.
8 पीढ़ियों का दिग्विजय सिंह और सिंधिया परिवार का झगड़ा
एक छोटी सी भूल और उस निर्णय को लेने में जो विलंब हुआ है, जिसके कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है. एमपी सरकार की हालात ऐसी करने में अहम भूमिका दिग्विजय सिंह की रही है, क्योंकि सब जानते हैं 7 से 8 पीढ़ियों का दिग्विजय सिंह और सिंधिया परिवार का झगड़ा है.
जोगी ने दिग्विजय सिंह को ठहराया जिम्मेदार
दिग्विजय सिंह कोई भी ऐसी सलाह नहीं दे सकते थे, जो सिंधिया के फेवर में हो. उन्होंने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि 'दिग्विजय सिंह ने ही कमलनाथ को सलाह दी होगी. गांधी परिवार भी आंशिक रूप से विलंब करने का जिम्मेदार है. जबसे वहां सरकार बनी है पीसीसी अध्यक्ष का चयन नहीं हुआ. सीएम को ही दोनों जिम्मेदारी दी गई है. 'जब मैं भी मुख्यमंत्री बना था, तब मुझे भी दोनों काम दिया गया था, लेकिन मैंने स्वयं पहल की. ऐसा ही कुछ सीएम कमलनाथ को भी करना था दोनों काम को अपने हाथ में नहीं रखना था'.