रायपुर:छत्तीसगढ़ में 17 जून जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. विपक्ष सरकार की हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए है. दरअसल, मुख्यमंत्री के तौर पर भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) का ढाई साल का टर्म 17 जून को पूरा हो रहा है. बीजेपी नेता लगतार इस पर बयान दे रहे हैं हैं. पूर्व कैबिनेट मंत्री अजय चंद्राकर (Ajay Chandrakar Tweet) बीच-बीच में 17 जून को लेकर ट्वीट कर रहे हैं.
आज फिर अजय चंद्राकर ने ट्वीट करते हुए एक शेर लिखा है और उसे 17 जून के लिए समर्पित बताया है. अजय चंद्राकर ने लिखा है...."चिंगारी को हवा लग जाये, तो वो चिताएं भी जलाती हैं..." 17 जून के विशेष अवसर पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेताओं को समर्पित..."
इससे पहले अजय चंद्राकर ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर (National Poet Ramdhari Singh Dinkar ) की कालजयी रचना 'रश्मिरथी' से पंक्तियां ट्वीट की थी. जो इस तरह है- "देवराज! हम जिसे जीत सकते न बाहु के बल से, क्या है उचित उसे मारें हम न्याय छोड़कर छल से? हार-जीत क्या चीज?वीरता की पहचान समर है, सच्चाई पर कभी हार कर भी न हारता नर है...चंद्राकर ने लिखा छ.ग.(कांग्रेस) की राजनीति 17 जून (दिन) पर विशेष पेश है."
"बाबा का बुलबुला... तो फूटेगा ही"
इससे पहले अजय चंद्राकर ने एक और ट्वीट किया था. "आज जून लग गया...? 17 जून को कांग्रेस सरकार के ढाई साल पूरे होंगे.. देखना है? मान. श्री टीएस सिंहदेव को राज सिंहासन मिलेगा (हाई कमान की विश्वसनीयता का सवाल है..) या सदा के लिए शिकार खेलने दक्षिण अफ्रीका जायेंगे.'बाबा का बुलबुला... तो फूटेगा ही".
"17 जून के बाद पंजाब जैसी स्थिति"
अजय चंद्राकर ने एक और ट्वीट कर लिखा था कि "छत्तीसगढ़ की स्थिति 17 जून के बाद पंजाब जैसी होगी. पंजाब में भी महाराजा और छत्तीसगढ़ में भी महाराजा. अजय चंद्राकर पहले भी इस लेकर ट्वीट कर चुके हैं. उन्होंने लिखा था 17 जून को ढाई साल पूरे होने वाले हैं, देखना है सिंहदेव को सिंहासन मिलेगा क्या ?"