रायपुर:अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद वहां के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. अफगानिस्तान के लोगों के अलावा दूसरे देशों में रह रहे अफगानियों में भी तालिबान का डर बना हुआ है. इस बीच छत्तीसगढ़ में पढ़ाई कर रहे अफगानिस्तान के छात्र-छात्राएं भी अपने परिवार और दोस्तों के लिए बेहद चिंतित हैं.
रायपुर के अफगानी छात्रों ने बताई तालिबानी जुल्म और डर से सहमे लोगों की दस्तान रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में अफगानी छात्र फतहुल्लाह अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे हैं. फतहुल्लाह से अफगानिस्तान के हालातों को लेकर ईटीवी भारत ने कई सवाल किए और जिसमें उन्होंने अपना दर्द बयां किया है.
सवाल: अभी अफगानिस्तान के हालात को लेकर किस तरह से देख रहे है?
जवाब: अफगानिस्तान में अभी बुरे हालात हैं. मैंने अपने घरवालों से बातचीत की है. परिवार वालों ने बताया कि तालिबान के आने के बाद स्थिति ज्यादा खराब हो गई है. जिन लोगों की नौकरी थी, उनकी नौकरी भी चली गई है और लोग डरे हुए हैं. डर के कारण वह घर से बाहर नहीं निकल रहे.
सवाल: आप यहां रायपुर में रहते हैं और आपका परिवार अफगानिस्तान में, आपको किस तरह की चिंता सता रही है?
जवाब: अफगान के हालात बहुत बुरे हैं. लोगों ने पहले भी तालिबान के लोगों को शोषण करते देखा है. जब तालिबान की सरकार अफगानिस्तान में थी तो तालिबान किस तरह से लोगों के साथ व्यवहार करता था यह सभी जानते हैं.
सवाल: बहुत से अफगानिस्तानी देश छोड़कर जाना चाहते हैं, इसे किस तरीके से देखते हैं?
जवाब: अफगानी लोग अपनी जान बचाने के लिए बाहर जाना चाहते है. जब पहले अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार थी तो उस समय उन्होंने लोगों के साथ क्या-क्या नहीं किया. तालिबान द्वारा किए गए प्रताड़ना से डरकर लोग बाहर जाना चाहते है.
सवाल: आपके घर की इस वक्त क्या स्थिति है?
जवाब: मेरे परिवार में भी लोग सरकारी नौकरी करते हैं, लेकिन डर के कारण वह काम पर नहीं जाना चाहते. तालिबान के लोग काम में बुला रहे हैं, ये भी उनकी एक साजिश हो सकती है क्योंकि कई लोग सरकार के साथ काम करते थे. ऐसे लोगों की पहचान के लिए भी वे लोगों को काम में आने कह रहे हैं. मेरे 7 भाई 3 बहन हैं. दो भाई पुलिस में काम करते है. तालिबानी उन्हें काम पर बुला रहे हैं, लेकिन उनका खौफ इतना है कि कोई काम में नहीं जाना चाहता.
सवाल: अफगानिस्तान में आपका घर कहा है? वहां की क्या स्थिति है?
जवाब: मैं अफगानिस्तान के कुनर से हूं. कुनर में स्थिति अभी सामान्य है, लेकिन लोग डरे हुए हैं. अभी राशन पानी सभी मिल रहा है, लेकिन आगे चलकर स्तिथि खराब हो सकती है. तालिबानियोx में इंसानियत नहीं है. वे लोगों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं. अपनी बातों को जबरदस्ती लोगों से मंगवाते हैं और लोगों को उनकी मर्जी के हिसाब से रहने नहीं देते.
सवाल: तालिबान ने कहा है, वह शांति चाहता है. इस पर आप क्या सोचते हैं?
जवाब: मुझे नहीं लगता कि तालिबान बदलेगा. अभी सिर्फ यह मीडिया के सामने ऐसी बातें कर रहे हैं, लेकिन उनमें कोई बदलाव आएगा यह कहना उचित नहीं होगा. अफगानिस्तान में महिलाओं को पूरी आजादी थी. सभी महिलाएं कहीं भी आ जा सकती थी और नौकरी भी करती थी. अभी स्थिति बदलते जा रही है. एक ओर तालिबान कह रहा है कि महिलाओं को फ्रीडम देंगे, लेकिन इस बात में सच्चाई नहीं लगती.
सवाल:आपके देश में तालिबान का कब्जा है. क्या स्टूडेंट एक्सचेंज की पॉलिसी आगे भी जारी रह पाएगी?
जवाब: तालिबान अगर पहले जैसी चीजें ही लागू करेंगा तो मुझे नहीं लगता कि इस तरह की एजुकेशन पॉलिसी होगी. तालिबान की सरकार रही तो हमारा कोई भविष्य नहीं है. अगर देश में अफगानिस्तान की सरकार रहती है तो आगे सोचा जाएगा, लेकिन अभी देश के लोगों का भविष्य संकट में ही नजर आ रहा है.