रायपुर: 2022 में महंगाई के चलते लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. महंगाई दर भी आरबीआई की ओर से तय किए गए महंगाई के अनुमानित आंकड़े से ज्यादा रही. अभी देखा जाए तो इसमें कमी आनी शुरू हुई है, लेकिन खाने पीने और ईंधन के दाम अभी भी बढ़े हुए हैं. ऐसे में लोग सरकार से महंगाई पर राहत की उम्मीदोें लगाए बैठे हैं.
मंहगाई से रसोई का बिगड़ा बजट: घरेलू महिलाओं से बात करने पर उन्होंने बताया कि "हम काफी दूर काम करने के लिए जाते हैं और हमारी आय भी बेहद कम है. इसलिए इस नए बजट से हमें उम्मीद है कि राशन के दामों में कमी होगी.' साथ ही सोने के दामों में कमी की उम्मीद महिलाओं को है. इसके अतिरिक्त घरेलू सिलेंडर के दामों में कमी होनी चाहिए."
टैक्स स्लैब को लेकर उम्मीदें : युवाओं से बातचीत करने पर उनका कहना है कि "सिलेंडर का दाम बहुत ज्यादा हो चुका है और इसमें कमी आनी चाहिए साथ ही पेट्रोल के दाम में भी कमी आनी चाहिए. क्योंकि पेट्रोल का दाम बेहद आसमान छू रहे हैं." शासकीय कर्मचारी की आज की स्थिति यह है कि जो इनकम टैक्स का स्लैब है, वह बहुत ही कम है. पिछले चार-पांच सालों से 5 लाख का स्लैब बना हुआ है. हम कर्मचारियों को उम्मीद है कि इनकम टैक्स का स्लैब इस वर्ष बजट में बढ़ा दिया जाए.