बस स्टैंड में रौनक बढ़ने के साथ कोरोना गाइडलाइन भूले लोग - कोरोना अपडेट छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में कोरोना को लेकर सुधरते हालात और वैक्सीन आने के बाद बसों में रौनक लौटने लगी है. रायपुर से इंटर ड्रिस्टिक और इंटर स्टेट की लगभग 95% बसों का संचालन हो रहा है. इस दौरान कोरोना के प्रति लापरवाही भी देखने को मिल रही है.
कोरोना को भूले लोग
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Published : Jan 25, 2021, 6:04 PM IST
रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना को लेकर हालात धीरे-धीरे सामान्य होने लगे हैं. वहीं अब बसों का संचालन 95% तक रायपुर से किया जा रहा है. नया साल शुरू होते ही यात्री बसों की संख्या में इजाफा हुआ है. बस स्टैंड पर फिर एक बार रौनक देखने को मिल रही है. रायपुर से इंटर ड्रिस्टिक और इंटर स्टेट की लगभग 95% बसों का संचालन हो रहा है. राजधानी रायपुर के बस स्टैंड में यात्रियों की भीड़ भी देखने को मिल रही है.
कोरोना गाइडलाइन का नहीं हो रहा पालन
95% बसों का संचालन शुरू
यात्री बसों का संचालन अब सामान्य दिनों की तरह पटरी पर आ गया है. मार्च 2020 से लोकल ट्रेन पूरी तरह से बंद होने के कारण यात्री अब बसों पर निर्भर है. ट्रेनों में डेली अप डाउन करने वाले यात्रियों को भी अब इन्हीं बसों का सहारा है. जिसके कारण भी यात्री बसों में भीड़ देखने को मिल रही है.
जब ETV भारत की टीम रायपुर के बस स्टैंड पहुंची और कोरोना के मद्देनजर किए गए सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया. पड़ताल के दौरान 90% बसों में सैनिटाइजर की व्यवस्था नहीं दिखी. वहीं बस ड्राइवर और कंडक्टर भी यात्रियों को बिना हाथों को सैनिटाइज किए बस में बैठा रहे हैं. यहां तक कि बसों में बैठते समय यात्री मास्क पहने हुए हैं या नहीं, इसका भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है. सफर के दौरान यात्री भी लापरवाही बरत रहे हैं.
यात्री खुद नहीं रख रहे अपनी सुरक्षा का ख्याल
बस ड्राइवर वीरेंद्र साहू ने बताया कि कुछ बस संचालक कोरोना गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं वहीं कुछ लापरवाही बरत रहे हैं. कई ऐसे संचालक हैं जिनकी बसों में सैनिटाइजर की व्यवस्था नहीं है. ना ही वह यात्रियों को चढ़ते समय मास्क पहनने के लिए कहते हैं. बसों में सोशल डिस्टेंसिंग भी नजर नहीं आती है. वही अब यात्री भी लापरवाह होते हुए नजर आ रहे हैं. कुछ बस संचालक गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं. लेकिन जब बस शहर के बाहर निकलती है तो यात्री खुद मास्क निकाल देते हैं.