रायपुर: यूनियन बैंक और ओवरसीज बैंक से फर्जी आवास लोन के नाम पर 10 करोड़ रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है. मामले में फर्जी लोन गिरोह के 9 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. अब तक 25 फर्जी लोन के प्रकरण के संबंध में पुलिस को जानकारी मिली है.
फर्जी लोन गिरोह के 9 सदस्य गिरफ्तार शातिर अलग-अलग तरीके से ठगी की वारदात को अंजाम देते थे. गिरोह का सरगना टी सुशील राव और सुनील सोनी, शिवानंद नगर खमतराई का रहने वाले है. टी सुशील राव फर्जी दस्तावेज बनाने का काम करता था और आरोपी सुनील सोनी बैंक से लोन पास कराने का काम करता था.
आरोपी टी श्रीधर रेलवे कर्मचारियों के ओरिजनल दस्तावेजों की व्यवस्था करने का काम करता था. एक ही व्यक्ति ने अलग-अलग बैंक से अलग-अलग नामों से लाखों रुपये का लोन लिया था. ठगी की इस वारदात को अंजाम देते समय किसी और के नाम के साथ किसी और का फोटो का उपयोग किया जाता था. साथ ही फर्जी रजिस्ट्री पेपर लगाकर बैंक से लोन पास कराया जाता था.
रेलवे कर्मचारियों को बनाया निशाना
सभी प्रकरण मुख्य रूप से रेलवे कर्मचारियों से संबंधित है. आरोपियों से थाना सिविल लाइन के प्रकरण में 2 लाख 76 हजार रुपये नकद बरामद किया गया है. एक फर्जी लोन पास कराने के एवज में टी सुशील राव 3 लाख रुपये और सुनील सोनी दो लाख रुपए तक कमीशन लेता था.