छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

राजधानी रायपुर में साल 2020 की बड़ी आपराधिक घटनाएं

ETV भारत राजधानी रायपुर में साल 2020 में हुई बड़ी आपराधिक घटनाओं के बारे बता रहा है. राजधानी रायपुर में इस साल कई बड़ी आपराधिक घटनाएं हुई हैं. पूरे साल चाकूबाजी की घटनाएं सामने आती रहीं. पुलिस ने कई ठग गिरोह और नशे का कारोबार करने वाले आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. पढ़िये राजधानी रायपुर की बड़ी आपराधिक घटनाओं के बारे में जिसने सरकार तक को सोचने पर मजबूर कर दिया था.

raipur-in-year-2020-at-chhattisgarh
बड़ी आपराधिक घटनाएं

By

Published : Dec 28, 2020, 6:59 AM IST

रायपुर: साल 2020 अब खत्म होने को है. चंद दिनों में हम साल 2021 में पहुंचे जाएंगे. ETV भारत इस मौके पर मंथन कर रहा है. राजधानी रायपुर में इस साल कई बड़ी आपराधिक घटनाएं हुई है. पूरे साल चाकूबाजी की घटनाएं सामने आती रही. पुलिस ने भी अपराध को रोकने के लिए जोरदार कार्रवाई की है. ऐसे ही राजधानी की बड़ी घटनाओं के बारे में हम आपको बता रहे हैं. पुलिस ने इन घटनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

  • किडनैपिंग की घटना

8 जनवरी को सिलतरा के उद्योगपति प्रवीण सोमानी की किडनैपिंग से प्रदेश में खौफ का माहौल था. 13 दिन चले पुलिस ऑपरेशन के बाद प्रवीण सोमानी को पटना से सुरक्षित छुड़ाया गया था. प्रवीण सोमानी को बिहार के कुख्यात गिरोह से पुलिस ने सुरक्षित छुड़ाया था. पुलिस ने 2 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया था. पुलिस ने बताया कि अपराध करने वाला गिरोह कई राज्यों में सक्रिय था. छत्तीसगढ़ पुलिस की टीम उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, ओडिशा, हरियाणा, दिल्ली, आंध्र प्रदेश और गुजरात में लगातार सर्च कर रही थी. रायपुर एसएसपी आरिफ शेख के निर्देश के बाद पुलिस ने स्पेशल टीम बनाकर पूरा ऑपरेशन किया था. प्रवीण सोमानी अपरण कांड में पुलिस ने 6 आरपियों को गिरफ्तार किया था.

पढ़ें:वोट-नोट,हिंसा फैलाने राम का नाम लेती है BJP: CM भूपेश

  • लॉकडाउन के दौरान पार्टी में फायरिंग

लॉकडाउन के दौरान रायपुर के तेलीबांधा वीआईपी रोड स्थित निजी होटल में 28 सितंबर को बर्थ-डे पार्टी के दौरान गोली चलने का मामला सामने आया था. जिसने पूरे राजधानी में सनसनी मचा दी थी. 28 सितंबर को राजधानी में लॉकडाउन था. इसी दौरान वीआईपी रोड स्थित क्वींस होटल में अवैध रूप से बर्थ-डे पार्टी मनाया जा रहा था. जिसमें भिलाई और रायपुर के कई युवक युवतियां शामिल थे. इसी दौरान पार्किंग में हुई बहस की वजह से हर्षित पटेल ने हवा में गोली चला दी थी. सूचना मिलते ही रायपुर एडिशनल एसपी लखन पटले सहित भारी मात्रा में पुलिस बल मौके पर पहुंची थी. पूरे मामले की तफ्तीश करने के बाद पुलिस ने हर्षित पटेल सहित होटल संचालक सुबोध सिंघानिया के बेटे हर्षित सिंघानिया और सूरज शर्मा को गिरफ्तार किया था. इसके साथ ही भिलाई के भी तीन से चार युवक-युवतियों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था.

पढ़ें:ध्वस्त हो रही है खुद की सुरक्षा के लिए महिलाओं और बच्चों को आगे करने की नक्सलियों की रणनीति !

  • ड्रग्स मामले में बड़ी कार्रवाई

नशे के खिलाफ रायपुर पुलिस लगातार अभियान चला रही है. ड्रग्स मामले में पुलिस ने सबसे पहले बड़ी कार्रवाई 30 सितंबर को रायपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र में की थी. जहां पुलिस ने 17 ग्राम कोकीन के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 17 ग्राम कोकीन जब्त किया था. जिसकी कीमत 1 लाख 70 हजार रुपए थी. दोनों आरोपियों का नाम श्रेयांश झाबक और विकास बंछोड़ है. पुलिस ने दोनों आरोपियों के विरुद्ध कोतवाली थाना में मामला दर्ज किया था. ड्रग्स मामले में पुलिस ने दूसरी बड़ी कार्रवाई करते हुए 9 अक्टूबर को दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जिनके नाम गौरव शुक्ला और आशीष जोशी था. दोनों को पुलिस ने 30 सितंबर को गिरफ्तार किया. श्रेयांश झाबक और विकास बंछोर के बयान के बाद गिरफ्तार किया था. जिसके बाद रायपुर पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए मामले में सम्मिलित पहली महिला निकिता पांचाल को गिरफ्तार किया था. महिला राजेंद्र नगर में आशीष राय के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहती थी. आशीष राय और निकिता पांचाल दोनों ही ड्रग्स का कारोबार करते थे. युवकों को अपने घर पार्टी के बहाने बुलाकर उनको ड्रग्स का सेवन कराते थे. रायपुर पुलिस ने दोबारा ड्रग्स मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए 21 अक्टूबर को रायपुर एसएसपी अजय यादव ने साइबर सेल और थाना कोतवाली की संयुक्त टीम बनाकर मुंबई रवाना किया गया था. जहां से उन्होंने ड्रग्स कारोबार के बड़े नाम रायडेन बेथेलो को गिरफ्तार किया. पुलिस ने 21 अक्टूबर तक ड्रग्स मामले में 1 महिला सहित कुल 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जिसमें एक रायडेन बेथेलो मुंबई का रहने वाला था. 10 दिसंबर को रायपुर पुलिस ने ड्रग्स मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए रायपुर से हर्षवर्धन शर्मा और भिलाई से लखप्रीत कौर को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने इनके पास से 7 ग्राम कोकीन भी जब्त किया था.

पढ़ें:ब्लॉक स्तर पर बनाए जाएंगे डायग्नोस्टिक सेंटर, रायपुर में बनेगा गुरु घासीदास संग्रहालय

  • चाकूबाजी की घटना से थर्राई राजधानी

12 अक्टूबर को राजधानी रायपुर के हृदय स्थल जय स्तंभ चौक में खुलेआम चाकूबाजी की घटना सामने आई थी. जिसमें चश्मे की दाम जैसे मामूली विवाद को लेकर 4 आरोपियों ने चाकू मारकर कारोबारी को घायल कर दिया था. जिसे मेकाहारा अस्पताल भर्ती कराया गया पर अगले दिन उसकी मौत हो गई. पुलिस ने इस मामले को प्रमुखता से लेते हुए कार्रवाई की थी. वहीं दो आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया था. जिसके नाम मोहसिन अली और शफीक अली था. जिसके बाद पुलिस ने एक और आरोपी को इस मामले में गिरफ्तार किया. मामले में एक आरोपी अभी फरार है.

  • ठगी के आरोपियों पर हुई कार्रवाई

16 नंबर को पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जो फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर महिला को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर दोस्ती की थी. धीरे-धीरे महिला का विश्वास और भरोसा जीत कर कई तरह के लुभावने प्रलोभन देकर अपने अलग-अलग बैंक खातों में 7 लाख 53 हजार रुपए जमा करवाए थे. आरोपी पहचान गोपनीय रखने के लिए हर अपराध के बाद सिम और मोबाइल नष्ट कर देते थे. फेसबुक आईडी भी डीएक्टिवेट कर देते थे. पुलिस ने इस मामले में दो नाइजीरियन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था. जिनके नाम क्रिस्टोफर और इडुची है.

पढे़ं:SPECIAL: जानिए नए खाद्य सुरक्षा अधिनियम के प्रावधानों में क्या है खास ?

  • एटीएम मशीन के साथ छेड़छाड़ कर लाखों की ठगी

रायपुर पुलिस ने 29 नवंबर को पूरे देश में घूम-घूम कर एटीएम मशीन के साथ छेड़छाड़ कर लाखों रुपए की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन सदस्य को गिरफ्तार किया. यह तीनों रायपुर के तीन एटीएम मशीन के साथ छेड़छाड़ कर 8 लाख की ठगी की थी. 8 लाख निकल जाने के बाद बैंक में किसी तरह की रिसिप्ट नहीं आने पर बैंक अधिकारियों को शक हुआ और उन्होंने पुलिस को इस बारे में सूचना दी. जिसके बाद पुलिस ने पूरे मामले की कार्रवाई करते हुए हरियाणा के फरीदाबाद से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपियों के नाम शाहरुख खान, आसिफ खान और वसीम खान है.

  • 5 लोगों का शव बरामद

17 नवंबर को राजधानी रायपुर से लगे अभनपुर केंद्री गांव में 5 लोगों का शव मिलने से पूरे गांव में सनसनी फैल गई. केंद्री गांव में परिवार के मुखिया कमलेश साहू अपने घर में फांसी के फंदे से लटका मिला. जबकि मृतक की मां, पत्नी और दोनों बच्चे मृत मिले जिनके मुंह में कपड़ा था. आसपास के लोगों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. जिसके बाद पुलिस ने पूरे मामले की तफ्तीश की तो यह पाया कि मृतक कमलेश साहू आर्थिक रूप से कमजोर था और अपनी मां-पत्नी के बीमारी से भी परेशान था. जिसके बाद देर रात मृतक कमलेश साहू ने अपनी मां, पत्नी और दोनों बच्चों की भी गला घोट कर हत्या कर दी. खुद फांसी पर झूल गया था.

पढ़ें:SPECIAL: बस्तर के काले गेहूं से बीमारियां होंगी दूर, हेल्दी है यह भरपूर !

  • पुलिस कस्टडी में बंदी की मौत

29 अक्टूबर को रायपुर के पंडरी थाना क्षेत्र में पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत का मामला सामने आया था. 25 अक्टूबर को पंडरी इलाके में दो गुटों में लड़ाई होने की वजह से पुलिस ने 28 अक्टूबर को अश्वनी मानिकपुरी नाम के युवक को गिरफ्तार किया था. 28 अक्टूबर की देर रात अश्वनी मानिकपुरी बाथरूम गया और गले में लटके गमछे को बाथरूम की रेलिंग पर लगाकर आत्महत्या कर ली. कुछ देर हो जाने के बाद जब पुलिस बाथरूम का दरवाजा खटखटाया और अश्वनी मानिकपुरी ने जब दरवाजा नहीं खुला. पुलिस ने दरवाजा तोड़कर अश्वनी मानिकपुरी को गमछे से लटका पाया. जिसके बाद पुलिस ने तत्काल उसे मेकाहारा अस्पताल भेजा. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.

ABOUT THE AUTHOR

...view details