73rd Republic Day Celebration in Raipur : राज्यपाल ने दी गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं, कहा-पूरी संवेदनशीलता से सरकार ने निभाई भूमिका
रायपुर में राष्ट्रीय उत्सव गणतंत्र (73rd Republic Day Celebration in Raipur) दिवस धूमधाम से मनाया गया. यहां राज्यपाल अनुसुइया उइके ने झंडोत्तोलन किया.
रायपुर : 73वें गणतंत्र दिवस के मौके (73rd Republic Day Celebration in Raipur) पर रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में राज्यपाल अनुसुइया उइके (Governor hoisted flag in raipur) ने ध्वजारोहण किया. इस बार के गणतंत्र दिवस पर भी कोरोना का असर देखा गया. बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए रंगारंग कार्यक्रम और परेड का आयोजन नहीं किया गया. परेड के दौरान सभी जवान मास्क और ग्लब्स पहने हुए नजर आए.
राज्यपाल अनुसुइया उइके ने छत्तीसगढ़वासियों को 73वें गणतंत्र दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दीं. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज के दिन 26 जनवरी 1950 को हमारा गौरवशाली संविधान लागू हुआ था. इसी महान दिन हम भारत के लोगों को अधिकारों की शक्ति मिली थी. हमारे प्रधानमंत्री जी की पहल पर स्वतंत्रता सेनानियों को स्मरण करने के लिए हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, जिसमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का स्मरण कर रहे हैं.
कोरोना काल में राहत और रोजगार दिलाना सरकार का सबसे बड़ा काम...
कोरोना महामारी के लंबे दौर में आप लोग मेरी सरकार के कदम से कदम मिलाकर चलते रहे. विश्वव्यापी निराशा के वक्त भी राज्य में आशा के दीपक जलाते रहे. ऐसे संकट के समय में राहत और रोजगार के कारगर उपाय करना मेरी सरकार का सबसे बड़ा काम है. मुझे खुशी है कि मेरी सरकार ने अपनी भूमिका का निर्वहन पूरी संवेदनशीलता के साथ करने का प्रयास किया है.
कृषि के साथ-साथ ग्रामीण और वन अंचलों में उत्पन्न किये गये रोजगार के नए अवसर
राज्यपाल ने कहा कि संतोष का विषय है कि छत्तीसगढ़ में कृषि के साथ ग्रामीण और वन अंचलों में नए-नए रोजगार के अवसर की अलख जगाई गई. उद्योग तथा कारोबार के क्षेत्र में भी अनेक रियायतें दी गईं. धान उत्पादक किसानों को संबल देकर छत्तीसगढ़ सरकार ने अपनी सबसे बड़ी जिम्मेदारी निभाई है. बीते वर्ष 92 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का कीर्तिमान बनाया गया. जंगल पर स्थानीय लोगों के हक को मेरे सरकार ने वनोपज से होने वाली आय से जोड़ दिया है. पहले मात्र 7 लघु वनोपज की खरीदी की जाती थी, जिसे बढ़ाकर 17 कर दिया गया है. वहीं 17 वनोपजों के संग्रहण अथवा समर्थन मूल्य में वृद्धि भी की गई है.
छत्तीसगढ़ को लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त होना, गौरव का पल...
किसानों की आय बढ़ाने के लिए दीर्घकालीन संस्थागत उपायों पर भी जोर दिया गया है, ताकि इस दिशा में किए जाने वाले प्रयासों की निरंतरता बनी रहे. नरवा गरुवा घुरुवा बारी के संरक्षण और विकास की योजनाओं को अच्छा प्रतिसाद मिला रहा है. शिक्षा के क्षेत्र में विस्तार और गुणवत्ता वृद्धि के लिए किए गए नवाचारों में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम और उत्कृष्ट शाला योजना की अहम भूमिका दर्ज हुई है. स्वच्छता के लिए छत्तीसगढ़ को लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त होना, हम सब के लिए गौरव का पल है.