रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य हथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ के संचालक मंडल के 7 सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया. संचालक मंडल के सदस्यों ने इस्तीफा देने के पीछे कारण बताया कि हथकरघा संघ के प्रबंध निदेशक और अध्यक्ष की कार्यप्रणाली और उनकी प्रताड़ना से तंग आकर उन्होंने बिना किसी दबाव के इस्तीफा दिया है. संचालक मंडल के 7 सदस्यों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपना इस्तीफा सौंपा. नवा रायपुर के इंद्रावती भवन के पंजीयक कार्यालय में बिना किसी दबाव और अपनी स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है. संचालक मंडल के सदस्यों ने इसकी जानकारी प्रेस वार्ता के माध्यम से दी है.
हथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ के 7 सदस्यों ने दिया इस्तीफा संचालक मंडल के 7 सदस्यों ने दिया इस्तीफा
विपणन सहकारी संघ के 7 सदस्यों ने दिया इस्तीफा राजधानी में संचालक मंडल के सदस्यों ने एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया. इस प्रेस वार्ता के माध्यम से संचालक मंडल के सदस्यों ने अपना इस्तीफा देने की बात स्वीकार की. सदस्यों ने बताया कि संचालक मंडल का गठन 5 साल के लिए होता है. जिसमें उनके कार्यकाल का 4 साल पूरा हो गया है. संचालक मंडल के 13 सदस्य हैं जिसमें से एक सदस्य की मौत कोरोना संक्रमण की वजह से हो गई. अब संचालक मंडल में 12 सदस्य बचे हुए थे. जिसमें से 7 सदस्यों ने अपना इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने के पीछे हथकरघा संघ के प्रबंध निदेशक और अध्यक्ष की कार्यप्रणाली और मनमानी को कारण बताया गया है.
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संचालक मंडल को भंग करने की मांग
इस्तीफा देने वाले संचालक मंडल के सदस्यों ने बताया कि संचालक मंडल के अध्यक्ष की कार्यशैली और उनकी प्रताड़ना से तंग आकर उन्होंने अपना इस्तीफा दिया है. संचालक मंडल के अध्यक्ष अपने पद का दुरुपयोग करते हुए प्रदेश के बुनकर सहकारी समितियों को परेशान करने की नीयत से आदेश निर्देश जारी करवाते है. इस्तीफा देने वाले संचालक मंडल के सदस्यों ने मुख्यमंत्री से इस्तीफा को स्वीकार करते हुए संचालक मंडल को भंग करने की मांग की है. प्राधिकृत अधिकारी नियुक्त कराने के लिए निवेदन भी किया है.