रायपुर: कोविड-19 के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए लॉकडाउन की तारीख को बढ़ाकर 17 मई कर दिया गया है. इस लॉकडाउन के कारण हर तरह के छोटे-बड़े कारोबार प्रभावित हुए हैं, जिसमें सराफा भी शामिल है. लॉकडाउन की वजह से प्रदेश के ज्वेलर्स को तकरीबन 500 करोड़ रुपए का नुकसान झेलना पड़ा है. पिछले 50 दिनों के लॉकडाउन के कारण सराफा व्यापार पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है. ज्वेलर्स का कहना है कि सब बंद होने के बाद भी स्टाफ और कर्मचारियों को पेमेंट देना पड़ रहा है.
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सराफा कारोबारियों का कहना है मार्च-अप्रैल और मई के महीने में शादियों का सीजन रहता है, लेकिन लॉकडाउन के कारण सराफा व्यापार पूरी तरह से ठप पड़ा है. जिससे कमाई पर पूरी तरह ब्रेक लगा हुआ है. कारीगरी का काम, रिफाइनरी का काम और हाल मार्किंग का काम भी बंद है. इससे जुड़े लोग भी पूरी तरह से बेरोजगार हो गए हैं. प्रदेश में अगर सराफा दुकानों की बात की जाए, तो 5 हजार 500 सराफा की छोटी-बड़ी दुकानें हैं. अकेले राजधानी रायपुर में सराफा की छोटी-बड़ी मिलाकर लगभग 15 सौ दुकानें हैं.
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