रायपुर:23 लाख का सोना लेकर फरार कारीगर बंगाल में एक साल बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा है. राजधानी रायपुर के एक सराफा दुकान के कारखाने में काम करने वाले कारीगरों के खाने में नशे की दवा मिलाकर बेहोश करने के बाद 23 लाख का सोना लेकर फरार हुए कारीगर प्रशांतो संकी उर्फ विप्लव सामंत आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया.सालभर बाद कोतवाली पुलिस की टीम ने उसे पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के संकीपारा, बांदीपुर (खानाकुल) से गिरफ्तार कर बुधवार को यहां लेकर पहुंची. देर शाम कोर्ट में पेशकर उसे जेल भेज दिया गया.
कोतवाली पुलिस थाना प्रभारी मोहसीन खान ने बताया कि 17 दिसंबर 2019 को अनूप ज्वेलर्स के संचालक महावीर चंद बरडिया ने थाने में कारीगर विप्लव सामंत के खिलाफ दुकान के कारखाने से 586.470 ग्राम सोना चोरी कर फरार होने की शिकायत दर्ज कराई थी. वारदात के पांच दिन पहले ही वह कारखाने में काम करने आया था और अन्य कारीगरों के साथ वह बूढ़ातालाब के पास किराए के मकान में रह रहा था.अनूप ज्वेलर्स के कारखाने में काम करने वाले मुख्य कारीगर प्रतापगिरी के पास कारखाने की चाबी थी.जो विप्लव के साथ में ही रहता था.
खाने में नशे की दवा मिलाकर साथियों को किया बेहोश
आरोपी विप्लव ने वारदात के एक दिन पहले साथियों के खाने में नशे का दवाई मिला दी. जिसके खाने के बाद उसके साथी कारीगर बेहोश हो गए. इसी दौरान विप्लव ने चाबी निकालकर कारखाने से करीब 586.470 ग्राम सोना चोरी कर फरार हो गया था. सोने की कीमत लगभग 23 लाख 10 हजार रुपए थी.