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सरपंच और सचिव के खिलाफ ग्रामीणों ने की शिकायत, जांच के लिए पहुंचे अधिकारी

जिले के सारंगढ जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायत में सरपंच और सचिव पर ग्रामीणों ने करोड़ों की सरकारी राशि गबन करने का आरोप लगाया है. फिलहाल जांच अधिकारी मामले की जांच में जुट गए हैं.

सरपंच और सचिव के खिलाफ ग्रामीणों ने की शिकायत

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Published : Nov 7, 2019, 9:49 AM IST

Updated : Nov 7, 2019, 4:28 PM IST

रायगढ़:जिले के सारंगढ जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायत रेड़ा में सरपंच और सचिव की मिलीभगत से करोड़ों के घोटाले का मामला सामने आया है. जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने जिला पंचायत में की है. वहीं ग्रामीणों की शिकायत के बाद अधिकारी जांच में जुट गए हैं.

ये है पूरा मामला
दरअसल शिकायत करने वाले ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत रेड़ा में मनरेगा योजना के तहत द्वितीय श्रेणी सड़क का निर्माण 8 लाख 87 हजार की लागत राशि से कराया जाना था. जिसमें 4 लाख ही खर्च किए गए है और बाकी के बची राशि को गबन कर लिया गया. वहीं इस निर्माण कार्य में श्रमिकों की मजदूरी का भुगतान अब तक नहीं किया गया है. ग्रामीणों का सरपंच और सचिव पर आरोप है कि उन्होंने पंचायत की मूलभूत राशि का भी गबन किया है.

ग्रामीणों का ये है आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि 'मूलभूत राशि से पंचायत का कोई काम नहीं किया गया है. बस फर्जी बिल लगाकर राशि हजम कर लिया गया है. वहीं मनरेगा योजना के तहत यहां कराए गए तालाब गहरीकरण कार्य में काम करने वाले मजदूरों को भी अब तक मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ है'.

सरपंच और सचिव पर करोड़ों रुपए के घोटाले का आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि 'सरपंच और सचिव फर्जी मास्टररोल बनावा कर मजदूरों के लाखों रुपए खा लिए है. इतना ही नहीं विधायक मद से स्वीकृत 2 लाख की राशि से पंचायत में टंकी और बोर खनन किया जाना था. लेकिन बस टंकी का निर्माण कराया गया है और बोर खनन का कार्य नहीं कराया गया है. वहीं सरपंच और सचिव ने चालाकी करते हुए पहले से ही 14वें वित्त की राशि से पूर्व में कराए गए बोर खनन को शो करके उसकी राशि को भी गबन कर दिया है'.

जांच अधिकारी का ये है कहना
वहीं जांच में पहुंचे जिला पंचायत मुख्यालय के जांच अधिकारी अतिरिक्त जिला पंचायत CEO बी. बी. तिग्गा ने बताया कि 'शिकायतकर्ताओं के शिकायत के आधार पर पंचायत में स्पॉट जांच किया गया. जिसमें कुछ शिकायत सही पाई गई, इसमें विधायक मद से स्वीकृत 2 लाख रुपये में टंकी निर्माण के साथ ही बोरवेल खनन करवाया जाना था. जहां पर सिर्फ टंकी बना दी गई है लेकिन बोर खनन नहीं करवाया गया है.

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जांच अधिकारी ने की कार्रवाई करने की बात
पूर्व में किसी और मद की कराए गए बोर खनन को विधायक मद के कार्य में शो कर दिया गया है. वहीं और बिन्दुओं की जांच की जा रही है जिसका प्रतिवेदन उच्चाधिकारियों को प्रस्तुत कर दिया जाएगा. जिसके बाद उच्चाधिकारियों की ओर से जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Nov 7, 2019, 4:28 PM IST

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