रायगढ़ :घरघोड़ा पुलिस ने तमनार रोड पर नाकेबंदी कर दो पशु तस्करों को पकड़ा है. टीआई शरद चंद्रा को मुखबिर से सूचना मिली थी कि पशु तस्कर मवेशियों को मारते-पीटते, बेरहमी पूर्वक हांकते हुए झारखंड की ओर लेकर जा रहे हैं.जिसके बाद पुलिस ने टीम बनाकर एरिया में नाकेबंदी की.इस नाकेबंदी के बाद पुलिस ने दो तस्करों को गिरफ्तार किया है. घरघोड़ा पुलिस की नाकेबंदी में पकड़े गए आरोपियों के नाम फुलचंद उरांव और लोली खडिया पिता कन्दराराम खडिया है.दोनों ही आरोपी करवारजोर लैलुंगा थाना के निवासी हैं. इनके पास से पुलिस ने 78 नग मवेशी कीमत करीब 2 लाख रूपए जब्त किए गए हैं.
Raigarh Crime : झारखंड की जा रही थी पशुओं की तस्करी, घरघोड़ा में दो तस्कर गिरफ्तार - छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम
रायगढ़ के रास्ते झारखंड में पशुओं की तस्करी की जाती है. कई बार पुलिस ने तस्करों पर कार्रवाई की है. बावजूद इसके तस्कर अपने कारनामों से बाज नहीं आते. ताजा मामले में एक बार फिर घरघोड़ा पुलिस ने पशु तस्करी करते दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
कहां लेकर जा रहे थे मवेशी :आरोपी मवेशियों को हांककर हांडीपानी सिंकाजोर लेकर जा रहे थे. आरोपियों के कृत्य पर थाना घरघोड़ा में छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4, 6, 11 के तहत कार्रवाई की गई है. आरोपियों को पुलिस ने फिलहाल न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा है. जब्त मवेशियों के दाना पानी की व्यवस्था के लिए अस्थायी रूप से स्कूल कंपाउंड में व्यवस्था की गई है,
मुख्य आरोपी मौके से फरार :वहीं जानकारों की माने तो मुख्य आरोपी इनके आगे पीछे बाइक पर सवार रहते हैं. जैसे ही इन्हें किसी अनहोनी या फिर पुलिस की मौजूदगी की भनक लगती है.बड़ी ही चालाकी से मौके से भाग जाते हैं.पशुधन क्रूरता के मामले में ऐसा कई बार देखने को मिला है. आपको बता दें कि रायगढ़ के रास्ते झारखंड में पशुधन को लगातार ले जाने की घटनाएं सामने आती है.लेकिन सिर्फ कुछ मामलों में ही पुलिस को सफलता मिल पाती है.