रायगढ़: कोरोना संक्रमण को फैलने के लिए किए गए लॉकडाउन ने मजदूर वर्ग को सबसे ज्यादा परेशान किया. रोजी-रोटी के संकट से जूझते श्रमिक अपने घरों की तरफ पैदल ही निकल पड़े. गांव लौटे मजदूरों को 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है. इनमें महिलाएं भी शामिल हैं. पीरियड्स के दिनों में इन महिलाओं को दोगुनी समस्या से दो-चार होना पड़ता है.
क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में मासिक धर्म के दौरान सैनिटरी पैड की सुविधा नहीं है. ऐसे में महिला एवं बाल विकास विभाग ने अच्छी पहल की है. विभाग स्व सहायता समूह की महिलाओं के जरिए सैनिटरी पैड्स बनवा रहा है और क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में रह रही महिलाओं को बांटा भी जा रहा है.
प्रशासन कर रही सेनेटरी पैड पहुंचाने का काम
जिला मुख्यालय से लगभग 100 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत छिंद के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रही महिलाओं और बालिकाओं को बिहान योजना के तहत सैनिटरी नैपकिन बांटी जा रही है. इसके अलावा जिले के दूरस्थ क्षेत्र जहां पर सैनिटरी पैड उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं वहां भी पर इस योजना के तहत जिला प्रशासन सेनेटरी पैड पहुंचाने का काम कर रहा है.
पढ़ें: बलौदाबाजार: अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की पहल, क्वॉरेंटाइन सेंटर में बांटे गए मुफ्त सेनेटरी पैड