रायगढ़: छत्तीसगढ़ में रेत माफिया सक्रिय हैं. SP संतोष कुमार सिंह के निर्देश पर पुलिस लगातार रेत माफियाओं और अवैध धंधे करने वालों पर नकेल कसने के लिए कार्रवाई कर रही है. सारंगढ़ SDOP जितेंद्र खूंटे ने भी क्षेत्र में मुखबिरों का जाल फैलाया है, ताकि अपराध पर लगाम लगाई जा सके.
बता दें कि क्षेत्र में कुछ दिन पहले ही पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर SDOP की टीम ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 8 लाख का पटाखा जब्त किया था. इसी तरह बुधवार की रात को भी SDOP जितेंद्र खूंटे और उनकी टीम ने सारंगढ़ से बरमकेला की ओर रेत का अवैध परिवाहन कर रहे 3 ट्रैक्टर्स को जब्त किया है.
रेत माफिया के खिलाफ रायगढ़ पुलिस की कार्रवाई SDOP जितेंद्र खूंटे ने दी जानकारी
SDOP जितेंद्र खूंटे ने बताया कि वे अपनी टीम के साथ बुधवार को गश्त पर निकले थे. इसी दौरान नेशनल हाईवे पर सारंगढ़ से बरमकेला की ओर जा रहे 3 ट्रैक्टर्स में रेत का ट्रांसपोर्ट कर रहे तीनों चालकों को रोक गया. उनसे रेत की रॉयल्टी से संबंधित दस्तावेज मांगे गए, लेकिन ड्राइवर कोई भी वैध कागजात नहीं दिखा पाए. जिसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
जोरों पर रेत का अवैध खनन और परिवहन
रायगढ़ जिले का सारंगढ़ विधानसभा क्षेत्र ऐसे भाग में बसा है, जहां से महानदी की दूरी बहुत ही कम है. जिसका फायदा रेत माफिया उठा रहे हैं. सारंगढ़ की दूरी महानदी से कम होने के कारण नदी से रेत निकालकर अवैध ट्रांसपोर्टिंग की जा रही है. सारंगढ़ में मिरौनी टेम्प, साराडीह बैराज, छर्रा छतौना घाट, धुताघाट और जसरा जैसे घाट हैं. जहां से एक दिन में तकरीबन हजारों ट्रैक्टर रेत का अवैध उत्खनन और ट्रांसपोर्टिंग की जाती है.
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बता दें कि प्रधानमंत्री आवास योजना गरीब तबके के परिवारों को लाभ दिलाने के लिए बनाया गया है. प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने वालों की संख्या सारंगढ़ में सैकड़ों की तादाद में है, जिसकी वजह से यहां रेत के हर एक ट्रैक्टर को 2 हजार से 3 हजार की कीमत में बेचा जा रहा है, जिससे अवैध उत्खनन बढ़ रहा है. बता दें कि रायगढ़ पुलिस लगातार रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई कर कर रही है. पूरे जिले में रेत माफिया पर लगाम कसने के लिए कार्रवाई जारी है.