रायगढ़:48 वार्ड वाले रायगढ़ नगर निगम में साफ-सफाई और स्वच्छता का विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में रायगढ़ शहर की गिनती उन नगरों में हुई जिनकी जनसंख्या 10 लाख के करीब है. सफाई व्यवस्था चाक-चौबंद है. अब नगर निगम की टीम ने इस बार के स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर तैयारियां तेज कर दी है. इसके लिए रायगढ़ नगर निगम की 25 सदस्यीय टीम को कमिश्नर के साथ अंबिकापुर नगर निगम ट्रेनिंग के भेजा गया था. अब ट्रेनिंग के बाद रायगढ़ ने भी नंबर एक पर अपनी जगह बनाने की तैयारी शुरू कर दी है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि जनभागीदारी से ही रायगढ़ शहर स्वच्छ हो पाएगा. इसके लिए लोगों को पहले खुद जागरूक होना होगा. क्योंकि घरों से निकलने वाले कचरे का सही तरीके से निपटारा होना बहुत जरुरी है. शहर के साफ सफाई का जिम्मा सफाई दीदियों के साथ आम लोगों को भी लेना होगा. तभी रायगढ़ भी एक बाकी शहरों के लिए एक उदाहरण बन पाएगा.
गीला और सूखा कचरा एक साथ करने पर होता है चालान
स्वच्छता दीदियों का कहना है कि कुछ लोग गिला और सूखा कचरा को अलग नहीं करते हैं. इस वजह से उनको दोगुनी मेहनत करनी पड़ती है. साथ ही कुछ लोग घर के बाहर भी कचरा नहीं रखते इसलिए कई घरों में कचरे का उठाव नहीं हो पाता. बाद में वही शिकायत करते हैं. स्वच्छता दीदियों का कहना है कि उन्होंने अंबिकापुर नगर निगम में देखा है कि स्वच्छता दीदियों को अगर कोई कचरा नहीं देता है तो उन्हें जुर्माना देना होता है. साथ ही गीला और सूखा कचरा को मिक्स करने पर भी उनको फाइन भरना पड़ता है. लेकिन रायगढ़ शहर में इस तरह की सुविधा नहीं है. अगर इस तरह की सुविधा रायगढ़ में भी हो जाएगी तो कचरा का उठाव और दोनों कचरे को अलग करने की झंझट खत्म हो जाएगी.