रायगढ़ : सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी रायगढ़ नगर निगम शहर के अंदर झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों को पक्का मकान नहीं मिल पा रहा है. योजना के तहत भवन निर्माण तो हो गया है, लेकिन उन भवनों तक पहुंचने के लिए न सड़क है न पानी की व्यवस्था है और न ही मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाई गई हैं.
पीएम आवास : घर बनाकर सड़क बनाना भूले अधिकारी
शहर में पीएम आवास योजना के तहत कई कॉलोनियां बनाई गई हैं, जिनमें लोगों को शिफ्ट करने की तैयारी है, लेकिन जो कॉलोनियां बनाई गई हैं उनमें मूलभूत सुविधाएं भी नहीं हैं.
दरअसल, पीएम आवास योजना के तहत शहर में 40 करोड़ 59 लाख की लागत से 1 हजार 143 मकान बनाए जा रहे हैं. कुछ जगह पर कॉलोनिया तैयार भी कर ली गई हैं, जहां लोगों को शिफ्ट कराने के लिए निगम लगातार कोशिश कर रही है. वर्तमान में 8 मोहल्लों के 950 घरों को नए आवासों में भेजने का प्लान है.
डायमंड हिल्स यहां जोगीडीपा सहित कुमारपारा के 300 परिवारों को शिफ्ट करने का प्लान है, लेकिन यहां न तो बिजली है और न ही पानी की सुविधा है. वहीं भगवानपुर कॉलोनी बस्ती से 500 मीटर अंदर खेतों के बीच में कॉलोनी बनी हैं. वहीं पूछापारा में 137 परिवार शिफ्ट होंगे. इन कॉलोनियों तक पहुंचने के लिए पगडंडियों पर चलना पड़ता है.