रायगढ़:छत्तीसगढ़ में 1 दिसंबर से धान खरीदी शुरू होनी है. छत्तीसगढ़ में ज्यादा कीमत में धान खरीदने के कारण यहां पड़ोसी राज्य ओडिशा से अवैध तरीके से धान का परिवहन किया जा रहा है. जिसे लेकर पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है और धान की हेराफेरी रोकने के लिए जगह-जगह जांच कर रही है.
धान का अवैध परिवहन: चप्पे-चप्पे पर पुलिस मुस्तैद, सभी वाहनों की हो रही है जांच
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को देखते हुए पुलिस प्रशासन हरकत में है. धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए पुलिस राज्य के सीमावर्ती इलाकों में मालवाहक वाहनों की सघन चेकिंग कर रही है.
छत्तीसगढ़ में किसानों से 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी होनी है. छत्तीसगढ़ में जो धान की बढ़ी हुई कीमत किसानों को मिलती है, वो दूसरी राज्य सरकारें नहीं देती है. यही वजह है कि जिले से सटे ओडिशा बॉर्डर के इलाकों में अवैध परिवहन कर धान लाया जा रहा है. इस तरह के अवैध परिवहन को रोकने के लिए कलेक्टर के निर्देश से 3 टीम बनाकर पुलिस, फॉरेस्ट और राजस्व के अधिकारी जांच कर रहे हैं. इसके लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में अस्थाई बैरियर लगाकर वहां मालवाहक वाहनों की चेकिंग की जा रही है.
चेक पोस्ट बनाकर हो रही जांच: एएसपी
पूरे मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का कहना है कि जिले में कई बार ओडिशा से धान लाकर खपाने की सूचना मिलती है. ऐसे में अवैध परिवहन करने वाले लोग जिले के भीतर पहुंच न सके इसके लिए ओडिशा बॉर्डर से सटे सभी मुख्य मार्गों पर चेक पोस्ट बनाकर जांच की जा रही है.