रायगढ़: डोलेसरा में आयोजित जनसुनवाई को स्थानीय लोगों ने गैरकानूनी बताते हुए इसका विरोध किया है. लोगों का कहना है कि पिछली बार पर्यावरण सचिव के उपस्थित न होने के कारण जनसुनवाई स्थगित कर दी गई थी, लेकिन इस बार पर्यावरण सचिव अनुपस्थित थे, फिर भी जनसुनवाई कैसे आयोजित की गई.
रायगढ़: महाजेनको की सुनवाई को लोगों ने बताया गैर कानूनी - लोगों का भारी आक्रोश
रायगढ़ के डोलेसरा में महाजेनको की जनसुनवाई में लोगों का भारी आक्रोश देखने को मिला. मेंबर ऑफ सेक्रेटरी की अनुपस्थिति में हो रही जनसुनवाई को लोगों ने गैरकानूनी बताते हुए इसका विरोध किया है और इस जनसुनवाई में लिए गए फैसले को मानने से इंकार कर दिया है.

मेंबर ऑफ सेक्रेटरी की अनुपस्थिति में आयोजित जनसुवाई से नाराज लोगों ने इस दौरान लिए गए फैसलो को मानने से इनकार कर दिया है. लोगों ने कहा कि जनप्रतिनिधि और क्षेत्र के विधायक, सांसद भी उपस्थित नहीं थे, ऐसे में 13 गांवों के 26000 लोगों पर लिया गया फैसला कैसे सही होगा.
जनसुनवाई में उपस्थित 61 ग्रामीणों में से सिर्फ 5 लोगों ने ही कंपनी के खिलाफ विरोध जताया था, वहीं 56 ग्रामीणों ने कंपनी का समर्थन किया था. जिससे नाराज हजारों ग्रामीण जनसुनवाई के बाद विरोध जता रहे हैं. ग्रामीणों ने महाजेनको की जनसुनवाई के जरिये शासन, प्रशासन और कंपनी पर उनकी जमीन हड़पने की साजिश बताया है.