रायगढ़: संग्रहण केंद्रों से पिछले साल खरीदे गए धान का उठाव अभी तक नहीं हो पाया है और इस वर्ष धान खरीदी की तैयारी शुरू कर दी गई है. खाद्य विभाग की इस लचर व्यवस्था के कारण यदि शुरुआत में ही बम्पर खरीदी होती है, तो नया धान रखने के लिए जगह नहीं होगी, हालांकि अधिकारियों का कहना है कि पुराने धान का जल्द ही उठाव कर लिया जायेगा.
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रायगढ़ में धान रखने के लिए 4 संग्रहण केंद्र बनाए गए हैं. जहां समितियों से धान लाकर रखा जाता है और इन्हीं संग्रहण केंद्रों से मिलिंग के लिए धान भेजा जाता है. वर्तमान में चारों संग्रहण केंद्रों में पिछले साल का धान रखा हुआ है, जिसका उठाव नहीं हो सका है.
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बताया जा रहा है कि लगभग साढ़े 8 लाख क्विंटल धान अभी भी जाम पड़ा है. वहीं दूसरी ओर इस वर्ष के धान की खरीदी प्रारम्भ होने वाली है. इस साल किसानों की संख्या में भी इजाफा हुआ है और उत्पादन भी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. ऐसे में अगर धान खरीदी शुरू होती है, तो धान को सुरक्षित रखने के लिए जगह की कमी होगी. इधर, अधिकारियों का कहना है कि संग्रहण केंद्र में रखे धान में 5 लाख क्विंटल जांजगीर चांपा भेजा जाना है और बाकी की रायगढ़ में ही मिलिंग होगी. इससे इन संग्रहण केंद्रों में जाम धान खत्म हो जाएगा.