रायगढ़: जिले के बर्फ फैक्ट्रियों को खाद्य विभाग द्वारा नोटिस थमा दिया गया है, जिसमें कहा गया है कि हफ्ते भर के भीतर खाने योग्य और जो दूसरे उपयोग के बर्फ होते हैं, उनकी पहचान के लिए रंग का उपयोग करें. खाने योग्य बर्फ सफेद हो जबकि शव, मछली, सब्जी आदि को सड़ने से बचाने के लिए बर्फ का रंग नीला होना अनिवार्य है. अगर बर्फ फैक्ट्रियों द्वारा इस आदेश का पालन नहीं किया जाता है, तो उनके लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया की जाएगी.
बर्फ फैक्ट्रियों को खाद्य विभाग का नोटिस, गुणवत्ताविहीन बर्फ परोसने पर हुई कार्रवाई - गुणवत्ता विहीन बर्फ
खाने योग्य बर्फ सफेद हो जबकि शव, मछली, सब्जी आदि को सड़ने से बचाने के लिए बर्फ का रंग नीला होना अनिवार्य है. अगर बर्फ फैक्ट्रियों द्वारा इस आदेश का पालन नहीं किया जाता है, तो उनके लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया की जाएगी.
![बर्फ फैक्ट्रियों को खाद्य विभाग का नोटिस, गुणवत्ताविहीन बर्फ परोसने पर हुई कार्रवाई](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-3267853-thumbnail-3x2-ice.jpg)
स्वास्थ्य के साथ हो रहा था खिलवाड़
दरअसल, गर्मी के दिनों में लोगों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए बर्फ बनाने के लिए कई छोटी फैक्ट्रियों खुल गई थी, जो गुणवत्ताविहीन बर्फ का निर्माण करके लोगों को परोस रहे थे. ऐसे में लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा था, जिसे देखते हुए खाद्य विभाग और जिला स्वास्थ्य विभाग ने सभी बर्फ फैक्ट्रियों को नोटिस दिया है.
नोटिस के बाद से बर्फ फैक्ट्रियों के संचालकों का कहना है कि हम गुणवत्ता के आधार पर ही बर्फ बनाते हैं, लेकिन शहर में गर्मी के दिनों में बहुत सी बर्फ फैक्ट्रियां खुल गई हैं, जो गन्ना जूस, फ्रूट जूस आदि जूस सेंटरों को बर्फ सप्लाई कर रहे हैं.