रायगढ़: वन मंडल के इंदिरा विहार में करीब 40 लाख रुपये की लागत से बंदर नसबंदी सेंटर बनाया गया है. ढाई साल बीत जाने के बाद भी यहां अब तक एक भी बंदर का नसबंदी नहीं हो पायी है. वहीं वन विभाग के अधिकारी अभी भी राशि की कमी बताकर मशीन उपलब्ध नहीं होने की बात कह रहे हैं.
40 लाख की लागत से बना था बंदर नसबंदी सेंटर, ढाई साल में एक ऑपेरशन - रायगढ़ न्यूज
बंदरों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताते हुए उसकी रोकथाम के लिए इंदिरा विहार में एक खंडहर हो चुके भवन की मरम्मत कराकर उसे बंदर नसबंदी सेंटर बना दिया गया है, लेकिन ढाई साल में यहां महज एक बंदर का ऑपरेशन किया गया है.
बंदरों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताते हुए उसकी रोकथाम के लिए इंदिरा विहार में एक खंडहर हो चुके भवन की मरम्मत कराकर उसे बंदर नसबंदी सेंटर बना दिया गया है. जहां कई आधुनिक मशीनों के होने का दावा भी किया जा रहा है, लेकिन ढाई साल में यहां महज एक बंदर का ऑपरेशन किया गया है. जबकि यहां अत्याधुनिक मशीनें लगाने से साथ इससे जुड़े कर्मचारियों को शिमला में ट्रेनिंग भी दिलाई गई है.
मामले में डीएफओ का कहना है कि नर बंदर के ऑपरेशन के लिए पर्याप्त उपकरण है, जबकि मादा बंदरों की नसबंदी के लिए कोई उपकरण यहां उपलब्ध नहीं है. जिसके कारण मादा बंदरों की नसबंदी नहीं हो रही है. वहीं ढाई साल में मशीन होने के बावजूद महज एक ही बंदर का ऑपरेशन किया गया है. डीएफओ ने बताया कि मादा बंदर की नसबंदी के लिए मशीन खरीदने के लिए राशि जमा कर दी गई है और जल्द ही मशीन के मिलने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा.