रायगढ़:लॉकडाउन की वजह से लगभग सभी सेक्टर की अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है. इसका असर रायगढ़ की आपात सेवाओं पर भी दिख रहा है. मेडिकल स्टोर्स संचाालक का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान दवाइयों की बिक्री में कमी आई है.
दवाइयों की बिक्री में आई कमी एक ओर पूरे देश में कोरोना महामारी की वजह से मेडिकल इमरजेंसी जैसे हालात पैदा हो गए हैं. वहीं दूसरी ओर कई मेडिकल स्टोर्स संचालकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. बावजूद इसके कुछ ऐसे मेडिकल स्टोर हैं, जो विपरीत हालात में भी आपात सेवा में दिनभर दुकान खोले हुए हैं. लेकिन अब उन्हें भी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.
सर्दी-खांसी की मेडिसिन की मांग
दवा दुकानदार का यह भी कहना है कि 'सर्दी-खांसी की दवाई की मांग बढ़ी है. सर्दी, खांसी और जुकाम के कोरोना के प्रमुख लक्षण होने के कारण लोग डॉक्टर से सलाह लेकर सर्दी-खांसी की दवाईयां ले रहे हैं. वहीं कई दवा की दुकान ऐसी भी हैं, जो ग्राहकों को होम डिलेवरी की सेवा भी दे रही हैं.
कपड़े के बने मास्क का कर रहे उपयोग
गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस फैलने के बाद फेस मास्क और सैनीटाइजर की मांग अचानक से बढ़ गई थी. जिसकी वजह से इसकी कमी होने के साथ कालाबाजारी बढ़ने लगी थी. वहीं अच्छी कंपनियों के हैंड सैनिटाइजर और सर्जिकल मास्क आज भी अधिकांश दुकानों में उपलब्ध नहीं हो पाते हैं. जिसके कारण लोग अब कपड़े के बनाये हुए मास्क और साबुन का उपयोग ज्यादा कर रहे हैं.